दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराध और ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के खिलाफ देशव्यापी स्तर पर “ऑपरेशन साइहॉक 2.0” (Operation CyHawk 2.0) चलाकर एक निर्णायक प्रहार किया है। यह विशेष अभियान 10 और 11 दिसंबर 2025 को एक साथ कई राज्यों में चलाया गया, जिसमें साइबर फ्रॉड से जुड़े नेटवर्क को तोड़ने के लिए सघन छापेमारी की गई।
पुलिस के अनुसार, इस दो दिवसीय विशाल ऑपरेशन के दौरान देशभर में 7,000 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। इनमें से 2,882 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई — जिनमें गिरफ्तारियां, नोटिस जारी और बॉन्ड डाउन की कार्यवाही शामिल है।
जांच के दौरान 392 नए एफआईआर दर्ज किए गए जबकि 228 पुराने मामलों को गिरफ्तार आरोपियों से जोड़ा गया, जिससे जांच को नया आयाम मिला। इतना ही नहीं, 4,058 एनसीआरपी (National Cybercrime Reporting Portal) शिकायतों में ठोस लिंक स्थापित किए गए जिससे पीड़ितों को न्याय मिलने का रास्ता खुला।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस अभियान में ₹944 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी से जुड़ी वित्तीय लेन-देन की पहचान की गई है। साइबर ठगों द्वारा अपनाए गए बैंक और डिजिटल माध्यमों का खाका तैयार कर अब व्यापक स्तर पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि “CyHawk 2.0” का उद्देश्य सिर्फ अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि ऐसे नेटवर्क को जड़ से खत्म कर नागरिकों को ऑनलाइन सुरक्षा का भरोसा देना है। यह ऑपरेशन एकीकृत तकनीकी सहयोग, विभिन्न राज्यों के पुलिस बलों की सहभागिता और साइबर इंटेलिजेंस के आधार पर संचालित किया गया।
यह कार्रवाई डिजिटल युग में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और बढ़ते ऑनलाइन वित्तीय अपराधों पर रोक लगाने की दिशा में दिल्ली पुलिस का अब तक का सबसे व्यापक और प्रभावी अभियान माना जा रहा है।