दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर 27 दिसंबर 2025 को उन्नाव रेप कांड की पीड़िता के समर्थन में सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना पहुंचीं। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा कुलदीप सिंह सेंगर को दी गई जमानत को खारिज करने की मांग की। भयाना ने कहा, “हम चाहते हैं कि कुलदीप सिंह सेंगर के मामले में जो सुनवाई हुई है उसे खारिज किया जाए…ये बच्ची जंतर मंतर आना चाहती थी इसलिए हम उसके समर्थन में यहां आए हैं।”
योगिता भयाना के बयान
योगिता भयाना ने पीड़िता की कानूनी लड़ाई पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “इस बच्ची की कानूनी लड़ाई अच्छे से लड़ी नहीं गई है… ना सीबीआई के तरफ़ से ना पुलिस की तरफ़ से।” भयाना ने सेंगर समर्थकों पर निशाना साधते हुए एक जघन्य अपराधी का समर्थन करने को न्याय की हत्या बताया।
प्रदर्शन में हंगामा
प्रदर्शन के दौरान सेंगर समर्थक ‘I Support Sengar’ पोस्टर लेकर पहुंचे, जिसमें मुख्य रूप से एक महिला भी थी जो कुलदीप सेंगर के समर्थन में तख्ती लिए हुए थी, जिससे दोनों गुटों में तीखी बहस और नारेबाजी हुई। बरखा त्रेहन जैसे समर्थकों ने इसे साजिश बताया, जबकि भयाना ने उन्हें ‘मेंटली डिरेल्ड’ कहकर आलोचना की। पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए हस्तक्षेप किया।
पृष्ठभूमि और अदालती फैसला
2017 के उन्नाव रेप कांड में सजा काट रहे पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिसंबर 2025 में उम्रकैद की सजा सस्पेंड कर जमानत दी। हालांकि, वे पिता की हिरासत में मौत के मामले में 10 साल की सजा काट रहे हैं। पीड़िता सुप्रीम कोर्ट जाने की योजना बना रही है।