
पोप फ्रांसिस का निधन: मानवता ने खोया शांति और सद्भाव का वैश्विक पैरोकार : अफ़सर रावल
धार्मिक सहिष्णुता और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल: पोप फ्रांसिस की विरासत को याद करते हुए बीजेपी नेता अफ़सर रावल ने जताया शोक!
“इंसानियत की आवाज़ थे पोप फ्रांसिस” – पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद (हरियाणा) के वाइस चैयरमैन अफसर रावल ने निधन पर व्यक्त की गहरी संवेदना!
चंडीगढ़। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद (हरियाणा) के वाइस चैयरमैन अफसर रावल ने वेटिकन सिटी से पोप फ्रांसिस के निधन की खबर पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना को “मानवता, न्याय और आपसी सम्मान की बुलंद आवाज़ का खामोश होना” बताते हुए कहा कि पोप फ्रांसिस केवल एक धार्मिक नेता नहीं, बल्कि वैश्विक एकता और सामाजिक न्याय के प्रतीक थे।
सादगी और निःस्वार्थ नेतृत्व की मिसाल
रावल ने बताया कि पोप फ्रांसिस ने अपने सादगीपूर्ण जीवन, अंतरधार्मिक संवाद को बढ़ावा देने और विश्व शांति के प्रयासों से दुनिया को नई राह दिखाई। उन्होंने शरणार्थियों के अधिकारों के लिए लगातार आवाज़ उठाई और पर्यावरण संरक्षण को अपना मुख्य मिशन बनाया। पोप ने कुरआन के शांति के संदेश को स्वीकार करते हुए इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने वाली सोच की निंदा की। रावल ने कहा कि उन्होंने सिखाया कि धर्मों के बीच फासले नहीं, संवाद और इंसानियत होनी चाहिए।
वैश्विक समुदाय के साथ संवेदना
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद (हरियाणा) ने वेटिकन के पदाधिकारियों, ईसाई समुदाय और पोप के अनुयायियों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि यह दुख सभी मानवतावादियों का है। अफसर रावल ने अल्लाह तआला से प्रार्थना की कि वह पोप की आत्मा को शांति दे और उनकी सेवाओं को स्वीकार करे। साथ ही, शोकाकुल परिजनों को धैर्य देने की गुजारिश की।
एक युग का अंत, लेकिन विरासत अमर
पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में निधन होने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोक की लहर है। उन्हें गरीबों और वंचितों की सेवा, जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता फैलाने और धार्मिक सौहार्द को मजबूती देने के लिए याद किया जाएगा। रावल ने जोर देकर कहा कि आज की दुनिया को पोप जैसे नेताओं की जरूरत है, जो नफरत को प्यार में बदल सकें।
अंतिम संस्कार और सम्मान:
आज रात 8:00 बजे वेटिकन में पोप का शव ताबूत में रखा जाएगा। उनके वेटिकन स्थित सेंट मार्था निवास पर कार्डिनल केविन जोसेफ फैरेल, पोप का शव ताबूत में रखेंगे। बुधवार को उनका शव सेंट पीटर्स बेसिलिका में रखा जा सकता है।
वेटिकन की ओर से बताया गया है कि पोप के अंतिम संस्कार की तैयारियां जारी हैं। दुनिया भर से नेताओं और आम नागरिकों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।