नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के दक्षिण-पूर्व ज़िले के शाहीन बाग़ थाने की टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर लोगों से भारी ठगी करने में शामिल था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी खुद को कर्नाटक पुलिस के अधिकारी बताकर पीड़ितों को कॉल करते थे और उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते थे। इसके बाद “डिजिटल अरेस्ट” का झांसा देकर ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने को मजबूर करते थे। एक हालिया मामले में इन्होंने एक नागरिक से करीब ₹1 लाख की ठगी की थी।
डीसीपी (ईस्ट दिल्ली) की निगरानी में पुलिस टीम ने सात राज्यों में एक साथ छापेमारी की और गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 10 मोबाइल फोन, 12 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, एक कार और कई डिजिटल डिवाइस बरामद किए हैं, जिनसे ठगी में इस्तेमाल किए गए ऐप्स और लिंक की जानकारी मिली है।
जांच में अब तक 66 मामलों में ₹50 करोड़ से अधिक की ठगी का खुलासा हुआ है। पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क के तार देश के बाहर तक फैले हुए हैं, और इसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली पुलिस अब बरामद डिजिटल साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच कर रही है ताकि ठगी के अन्य पीड़ितों और गिरोह के सहयोगियों तक पहुंचा जा सके।