दिल्ली। दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह फ़र्ज़ी सरकारी अफसर बनकर एक बुज़ुर्ग व्यक्ति से ₹49 लाख की ठगी में लिप्त था।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ित को वीडियो कॉल कर सरकारी जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर डराया और उसे ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर 24 घंटे तक अपने ही घर में बंधक बनाए रखा। इस दौरान बुज़ुर्ग को ठगों ने मानसिक रूप से दबाव में लेकर अलग-अलग खातों में मोटी रकम ट्रांसफर करवाई।
क्राइम ब्रांच की साइबर सेल की टीम ने इंस्पेक्टर सुभाष चंद्रा के नेतृत्व में तकनीकी जाँच और डिजिटल निगरानी के ज़रिए आरोपियों के ठिकानों का पता लगाया। तत्पश्चात लखनऊ और आसपास के इलाकों में छापे मारकर सभी छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस का कहना है कि गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और धन के प्रवाह की जांच जारी है। साथ ही तकनीकी सबूतों के आधार पर यह भी खंगाला जा रहा है कि क्या इनका संबंध अन्य राज्यों में घटित समान साइबर अपराधों से है।
दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी कॉल या वीडियो कॉल पर अपने बैंक विवरण साझा न करें और किसी अनजान व्यक्ति से ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसे शब्द सुनते ही तुरंत 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।