लंदन। ब्रिटेन की राजधानी लंदन के वेस्टमिंस्टर क्षेत्र की सड़कों पर बीते दिवस एक अनूठा दृश्य देखने को मिला। पूरा इलाका लाल रिबनों से ढका हुआ था। यह दृश्य किसी उत्सव का नहीं, बल्कि एक गहरी मानवीय अपील का प्रतीक था। “फ्री द पलेस्टीनियन हॉस्टेजेस” शीर्षक से चलाए गए इस अभियान का उद्देश्य उन फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई की मांग को अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुँचाना था, जो लंबे समय से जेलों में कैद हैं।
वेस्टमिंस्टर की ऐतिहासिक गलियों में लोगों ने लाल रिबन बांधकर शांति और न्याय का संदेश दिया। कई सामाजिक कार्यकर्ता, मानवाधिकार संगठन और युवाओं ने इस अभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह रिबन उन असंख्य परिवारों का प्रतीक हैं जो अपने प्रियजनों की रिहाई के इंतजार में हैं।
आयोजकों के अनुसार, इस अभियान का मकसद है कि दुनिया फिलिस्तीनी कैदियों की स्थिति पर ध्यान दे और न्यायसंगत समाधान की दिशा में दबाव बनाए। कई प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर और बैनर भी उठाए जिन पर संदेश लिखा था – “मानवता किसी सीमा में कैद नहीं की जा सकती” और “हर बंदी के पीछे एक परिवार की टूटती उम्मीदें हैं।”
यह अभियान सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। कई ब्रिटिश नागरिकों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे शांति और मानवाधिकारों के समर्थन में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
