
समाजवादी पार्टी का बड़ा आरोप: सीजफायर का जश्न मना रही भाजपा, विदेशी हस्तक्षेप से देश का अपमान!
सेना के सम्मान पर सवाल: SP ने कहा- ‘भाजपा की राजनीति ने गिराया देश का मान, जनता को गुमराह कर रही है!
ऑपरेशन सिंदूर से सीजफायर तक: राजनीतिक विवादों में घिरी भाजपा, राष्ट्रवाद पर उठे सवाल!
नई दिल्ली, 16 मई। समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा सरकार “सीजफायर का जश्न मना रही है”, जबकि जश्न केवल जीत का मनाया जाना चाहिए। सपा के मीडिया सेल ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा की नीतियों ने देश के सम्मान को ठेस पहुंचाई है और विदेशी ताकतों को भारत की नीतियों में दखल देने का मौका दिया है।
सीजफायर पर राजनीति और विदेशी हस्तक्षेप का मुद्दा!
सपा ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम को लेकर सवाल उठाए। पार्टी का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर का ट्वीट करना और भारत-पाक वार्ता में तीसरे पक्ष की भूमिका स्वीकार करना “देश की संप्रभुता पर सवाल” है। सपा ने पूछा कि “क्या भाजपा सरकार ने कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी मध्यस्थता को मंजूरी दे दी?”।
इसके साथ ही, सपा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह “झूठे राष्ट्रवाद” के नाम पर सीजफायर को जीत बताकर जनता को भ्रमित कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि “86 घंटे के युद्ध के बाद सीजफायर को जीत बताना सेना के बलिदान का अपमान है”।
सेना के सम्मान पर सवाल!
सपा ने भाजपा पर सेना का राजनीतिकरण करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने विंग कमांडर व्योमिका सिंह और एयर मार्शल अवधेश भारती के उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा नेता जाति और धर्म के आधार पर सैन्य अधिकारियों के प्रति अपमानजनक रवैया अपनाते हैं। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कहा था कि “सेना की वर्दी को जातिवादी चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए”।
यह विवाद देश में राष्ट्रवाद और सुरक्षा नीतियों पर बहस को नई दिशा दे रहा है। जहां भाजपा सेना के पराक्रम को राष्ट्रीय गौरव से जोड़ती है, वहीं विपक्ष सरकार की नीतियों को “अपमानजनक और अव्यवहारिक” बता रहा है। इस बीच, जनता के सामने सवाल है: क्या सीजफायर वास्तव में जीत है, या फिर यह राजनीतिक प्रचार का हिस्सा?