
मुज़फ्फ़रनगर: पहलगाम हमले के विरोध में भाकियू की जन आक्रोश रैली में हंगामा, टिकैत पर लाठी से वार का आरोप, पगड़ी उतरी, भाकियू ने बुलाई आपात बैठक!
GIC ग्राउंड में कल सुबह 9 बजे जुटेंगे किसान, भाकियू ने जारी किया आह्वान: ट्रैक्टर-बाइक से पहुंचकर दिखाएंगे एकजुटता!
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आयोजित “जन आक्रोश रैली” के दौरान किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत धक्का-मुक्की की घटना सामने आई। इस दौरान उनके सिर पर लाठी से वार किए जाने और पगड़ी उतर जाने के आरोप लगे हैं। घटना के बाद पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि भाकियू ने आपातकालीन बैठक बुलाकर शनिवार को एक और बड़ी रैली की घोषणा की है।
टाउन हॉल ग्राउंड में आयोजित रैली में टिकैत के पहुंचते ही कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ “वापस जाओ” के नारे लगाए और मंच पर चढ़ने से रोकने की कोशिश की। धक्का-मुक्की के दौरान एक व्यक्ति ने उनके सिर पर झंडा या लाठी मारी, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई। टिकैत को सुरक्षाकर्मियों ने संभालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
घटना के बाद टिकैत ने कहा कि कुछ नए हिंदू देश को बांटने की साजिश कर रहे हैं। हम डरपोक नहीं, ऐसे लोगों को करारा जवाब देंगे।
पुलिस का बयान:
पुलिस ने हंगामे में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लेकर जांच शुरू की है। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने हमले के दावों को खारिज करते हुए कहा कि सीसीटीवी फुटेज में हिंसा के सबूत नहीं मिले, केवल भीड़भाड़ के कारण धक्कामुक्की हुई। पुलिस ने बताया कि रैली स्थल पर पर्याप्त बल तैनात था और स्थिति नियंत्रण में रही।
भाकियू की प्रतिक्रिया और आगे की रणनीति:
घटना के बाद भाकियू ने आपात बैठक बुलाई और शनिवार (3 मई) को सुबह 9 बजे GIC ग्राउंड में “पहलगाम हमले के विरोध में किसान आक्रोश रैली” आयोजित करने का फैसला किया। टिकैत ने कहा कि सभी साथी ट्रैक्टर, कार, बाइक या बस से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचें। हमें एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संदेश देना है।
यह घटना सामाजिक-राजनीतिक तनाव को उजागर करती है, जहां आतंकवाद विरोध और किसान नेताओं की टिप्पणियों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। भाकियू की रैली और पुलिस की कार्रवाई आने वाले दिनों में स्थिति की दिशा तय करेगी।