
शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए “शनाख़्त एजुकेशनल अवार्ड” से सम्मानित हुईं शिक्षिकाएं! नवाब अज़मत अली ख़ान गर्ल्स इंटर कालेज में भव्य समारोह का आयोजन!
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ह्यूमेनिटी वैलफेयर सोसाइटी ने की पहल, मेधावी छात्रा को मिलेगा स्कॉलरशिप!
शायर खुर्शीद हैदर ने कहा: शिक्षा से आत्मनिर्भर बनें बेटियां, समाज की बदलेगी तस्वीर!
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को समर्पित हुआ “शनाख़्त एजुकेशनल अवार्ड” समारोह!
मुज़फ़्फ़रनगर: नवाब अज़मत अली खान गर्ल्स इंटर कॉलेज में “शनाख़्त एजुकेशनल अवार्ड” सेरेमनी का भव्य आयोजन हुआ। समारोह का आगाज़ सामाजिक संस्था “ह्यूमेनिटी वैलफ़ेयर सोसाइटी” द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रख्यात शायर खुर्शीद हैदर और विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता मोहम्मद वसी अंसारी ने शिरकत की।
शिक्षा और सामाजिक बदलाव पर ज़ोर!
मुख्य अतिथि खुर्शीद हैदर ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा न केवल ज्ञान का दीपक है, बल्कि समाज में समानता और आत्मनिर्भरता की नींव भी। बालिकाएं अगर शिक्षित होंगी, तो पूरा समाज प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए शिक्षा को हथियार बनाएं।
विशिष्ट अतिथि मोहम्मद वसी अंसारी ने शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में बेटियों को शिक्षित करना केवल परिवार की नहीं, बल्कि राष्ट्र की ज़िम्मेदारी है।
शिक्षिकाओं को मिला सम्मान!
इस अवसर पर स्कूल की चार शिक्षिकाओं — बिन्ते हसन जैदी, साबरा, सफ़िया बेग़म और शाहीदा खातून — को उनके शैक्षणिक योगदान के लिए “शनाख़्त एजुकेशनल अवार्ड” से सम्मानित किया गया। संस्था के प्रतिनिधियों ने बताया कि यह पुरस्कार शिक्षा के प्रति समर्पण और नवाचारी शिक्षण विधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिया जाता है।
दिवंगत पति की याद में स्कॉलरशिप की घोषणा!
समारोह के दौरान एक मार्मिक पल तब आया जब शाहीदा खातून के दिवंगत पति इक़बाल अहमद की स्मृति में एक मेधावी बालिका की वार्षिक शिक्षा का खर्च उठाने की घोषणा की गई। संस्था ने इस पहल को “इक़बाल मेमोरियल स्कॉलरशिप” नाम दिया है, जो हर साल एक ज़रूरतमंद छात्रा को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करेगी।
कार्यक्रम को सफल बनाने वालों को धन्यवाद!
आयोजन में फैसल सैफ़ी और सय्यद नदीम हुसैन के योगदान को विशेष रूप से सराहा गया। कॉलेज प्रबंधन ने ह्यूमेनिटी वैलफ़ेयर सोसाइटी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम शिक्षा के प्रति समाज का नज़रिया बदलते हैं।
समारोह का समापन मेधावी छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस मौके पर स्कूल की प्रधानाचार्या, शिक्षकगण, छात्राएं और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
यह समारोह न केवल शिक्षकों के समर्पण को स्वीकार करता है, बल्कि बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सार्थक कदम भी है।