शामली। कांधला कस्बे के मोहल्ला रायजादगान में फैली गंदगी और कूड़े के ढेरों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। मंगलवार को जब हालात बेकाबू हुए, तो स्थानीय निवासियों ने अपने मकानों पर “हम पलायन करने को विवश हैं” लिखे पोस्टर चिपकाकर प्रशासन की नींद उड़ाने की कोशिश की। नागरिकों का कहना है कि वर्षों से यहाँ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप है और नगरपालिका के कर्मचारी केवल दिखावा कर रहे हैं।
लोगों ने आरोप लगाया कि नगरपालिका और कुछ स्थानीय लोगों की मिलीभगत से राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय का विशाल मैदान अब डंपिंग यार्ड में बदल चुका है। दिनभर जलते कूड़े का धुआँ पूरे इलाके में फैल जाता है, जिससे साँस और अस्थमा के मरीजों की हालत बिगड़ रही है।
मोहल्लावासियों दिनेश, मामचंद, प्रदीप, मिंटू, तरसेमपाल, रोहताश, देवेंद्र, राजीव और राहुल समेत कई लोगों ने बताया कि कई वर्षों से लगातार शिकायतें की गईं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उनका कहना है कि लापरवाही के चलते कई लोग बीमार पड़ चुके हैं, कुछ की मौतें भी हो चुकी हैं। लोगों ने चेतावनी दी कि “अगर हालात नहीं सुधरे, तो हमें पलायन करने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचेगा।”
इस घटनाक्रम के बाद नगरपालिका अध्यक्ष नजमुल इस्लाम खुद रायजादगान पहुँचे और हालात का जायज़ा लिया। उन्होंने कहा, “मामला मेरे संज्ञान में आया है। जांच कराई जा रही है, दोषी कर्मचारी किसी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।” उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि मोहल्ले को जल्द ही गंदगी और कूड़े से मुक्त कराया जाएगा तथा वार्ड-वॉर सफाई अभियान शुरू किया जा रहा है।
अध्यक्ष ने साफ कहा कि कस्बे के हर वार्ड में सफाई व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा ताकि दोबारा ऐसी स्थिति न बने। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सहयोग करें ताकि कांधला को स्वच्छ और स्वस्थ कस्बा बनाया जा सके।