बेटे संग मिलकर भतीजे की हत्या करवाने वाली महिला गिरफ्तार — लालच ने बनाई दरिंदगी की कहानी
गाजियाबाद। थाना खोड़ा पुलिस टीम ने 12 वर्षीय बालक लक्ष्य प्रजापति की हत्या के मुकदमे में फरार चल रही वांछित अभियुक्ता नवरत्न पत्नी ओमवीर सिंह, निवासी शिव पार्क, खोड़ा कॉलोनी, को गिरफ्तार कर लिया है। इस सनसनीखेज घटना का खुलासा पुलिस ने लगातार जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर किया।
जानकारी के अनुसार, दिनांक 18 सितंबर 2025 को लक्ष्य की मां ने थाना खोड़ा में अपने बेटे के लापता होने की तहरीर दी थी। बालक 16 सितंबर 2025 को घर से बिना बताए गायब हो गया था, जिस पर पुलिस ने धारा 137(2) बीएनएस के तहत गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस टीम ने CCTV फुटेज, मुखबिर सूचना और तकनीकी इनपुट के आधार पर जब गहराई से जांच की, तो मृतक लक्ष्य को एक बाइक व ई-रिक्शा के साथ जाते हुए देखा गया। फुटेज में एक अभियुक्त युवराज उर्फ यश प्रजापति संदेह के घेरे में आया, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान युवराज ने लक्ष्य की हत्या करने की बात स्वीकार की थी और बताया कि यह अपराध पारिवारिक लालच और साजिश के तहत हुआ।
पुलिस जांच में अब यह बड़ा खुलासा हुआ कि हत्या की पूरी योजना युवराज की मां नवरत्न ने ही रची थी। गिरफ्तार अभियुक्ता नवरत्न ने पूछताछ में बताया कि मनवीर प्रजापति उसका जेठ है और मृतक लक्ष्य उसी का बेटा था। मनवीर के ज्यादातर बैंक दस्तावेज और एटीएम युवराज के पास रहते थे। नवरत्न और उसके पुत्र ने मनवीर के मकान का सौदा एक प्रॉपर्टी डीलर से ₹23 लाख 50 हजार में कराया था और ₹3 लाख का बयाना उन्होंने खुद रख लिया था। इसी आर्थिक लालच में उन्होंने पूरी साजिश रची।
नवरत्न ने स्वीकार किया कि उसने अपने बेटे युवराज को कहा कि यदि मनवीर का इकलौता बेटा लक्ष्य को रास्ते से हटाया जाए, तो जेठ की सारी संपत्ति उन्हीं के कब्जे में आ जाएगी। इसी दुष्प्रेरणा के तहत लक्ष्य की हत्या कर दी गई।
थाना खोड़ा पुलिस ने इस मामले में अब नवरत्न को गिरफ्तार कर धारा 103(1) बीएनएस की वृद्धि करते हुए आगे की वैधानिक कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। पुलिस के अनुसार, अभियुक्ता का अन्य आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।