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कैराना नगर में तेजी से फैल रही अवैध कॉलोनियां, कृषि भूमि पर संकट गहराया!

कैराना नगर में प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा अवैध रूप से आवासीय कॉलोनियां तैयार की जा रही हैं। नगर के बिजलीघर के पास बिना मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) और अन्य विभागों की अनुमति के कॉलोनाइजर बड़ी मात्रा में भूमि की प्लाटिंग कर उसे बेच रहे हैं। इन क्षेत्रों में न तो कोई स्वीकृत नक्शा है और न ही बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था। बताया जा रहा है कि प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों को गुमराह कर यह कार्य किया जा रहा है।

पीयूष अयन आश्रम व खुरगान रोड पर धड़ल्ले से हो रही प्लाटिंग!

पीयूष अयन आश्रम के निकट, खुरगान, पंजीठ और मायापुर मार्गों पर दर्जनों डीलर विकास प्राधिकरण की अनुमति के बिना कॉलोनियां काट रहे हैं। एमडीए द्वारा तय गाइडलाइन का पालन कहीं भी नहीं किया जा रहा है। डीलरों द्वारा भोले-भाले खरीदारों को यह कहकर प्लाट बेचे जा रहे हैं कि कॉलोनी वैध है और सारी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, जबकि हकीकत इसके उलट है। खरीदारों को बाद में जब सच्चाई का पता चलता है, तब तक वे भारी आर्थिक नुकसान उठा चुके होते हैं।

कृषि भूमि सिकुड़ती जा रही, राजस्व को भी नुकसान!

अवैध कॉलोनियों के लगातार फैलाव से कृषि योग्य भूमि में कमी आती जा रही है। किसानों को डीलर ऊँचे दाम का लालच देकर उनकी जमीन खरीद लेते हैं। इसके चलते किसान तो अस्थायी रूप से लाभ उठा लेते हैं, लेकिन सरकार को जमीन के सही उपयोग की अनुमति न होने के कारण राजस्व में भारी हानि झेलनी पड़ रही है।

बिना अनुमति कट रहे हरे पेड़, वन विभाग मूकदर्शक!

नगर में कॉलोनी काटने से पहले हरे-भरे पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई की जा रही है। इसके बावजूद वन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही। विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और डीलर बिना नाप-तौल के हरियाली नष्ट कर रहे हैं। पर्यावरण पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ना तय है।

कथित संरक्षण में फल-फूल रही अवैध गतिविधियां

नगर के मुख्य मार्ग, बिजलीघर के पास और पीयूष अयन आश्रम के सामने बड़ी-बड़ी अवैध कॉलोनियां तैयार की जा चुकी हैं। बताया जा रहा है कि कुछ कॉलोनाइजरों को स्थानीय स्तर पर कथित संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते वे विभागीय गाइडलाइन की अनदेखी करते हुए खुलेआम निर्माण कार्य जारी रखे हुए हैं। विजय सिंह पथिक महाविद्यालय के पीछे अलीपुर मार्ग तथा शामली अंडरपास के पास भी मानकों को धता बताकर अवैध प्लाटिंग हो रही है। कुछ कॉलोनाइजर पौधारोपण और सुंदर गेट बनाकर विभागों को भ्रमित कर रहे हैं, जबकि अंदर पूरा कार्य गैरकानूनी तरीके से जारी है।

 

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