ग़ाज़ियाबाद। पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट गाजियाबाद की ओर से नगर जोन क्षेत्र में अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था सुदृढ़ीकरण और सुरक्षा प्रबंधन को लेकर एक महत्वपूर्ण क्राइम मीटिंग आयोजित की गई। यह बैठक 29 नवंबर 2025 को पुलिस कार्यालय में हुई, जिसकी अध्यक्षता पुलिस आयुक्त गाजियाबाद ने की। बैठक में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय, पुलिस उपायुक्त नगर, नगर जोन के सभी सहायक पुलिस आयुक्त एवं थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य नगर जोन में अपराध की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना, भविष्य की रणनीति तैयार करना तथा आगामी वर्ष 2026 में अपराध दर में उल्लेखनीय कमी लाने की दिशा में ठोस कार्य योजना बनाना था।
पुलिस आयुक्त ने कमिश्नरेट गठन के तीन वर्षों में हुई घटनाओं का विश्लेषण करते हुए कहा कि आने वाले वर्ष में अपराध दर को विगत वर्षों की तुलना में काफी कम करना प्राथमिक लक्ष्य है।
बैठक में पुलिस अधिकारियों को कई बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिए गए। वाहन चोरी, लूट, छीनैती, महिला अपराध एवं अन्य संगीन अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी योजना बनाकर तुरंत अमल सुनिश्चित करने को कहा गया। इसके साथ ही अपराध संभावित हॉट-स्पॉट क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर नियमित गश्त बढ़ाने के निर्देश जारी हुए।
पुलिस आयुक्त ने संगठित अपराध, गैंगस्टर गिरोहों और आपराधिक नेटवर्क पर सख्त निगरानी रखने के साथ गैंगस्टर एक्ट जैसी धाराओं में कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। संपत्ति संबंधी अपराधों पर नियंत्रण के लिए संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे बढ़ाने, रात्रिकालीन गश्त सघन करने और संदिग्धों की पहचान कर उनके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया।
महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए पुलिस आयुक्त ने सार्वजनिक स्थलों, स्कूलों, कॉलेजों, बाजारों और कार्यस्थलों के आसपास पुलिस उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही महिला हेल्पलाइन नंबरों के प्रचार-प्रसार को भी महत्व दिया गया।
यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने हेतु विशेष ट्रैफिक प्लान लागू करने तथा शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्यवाही जारी रखने का निर्देश दिया गया।
कमिश्नर ने ‘वादी संवाद दिवस’ पर प्रत्येक थाने में शिकायतकर्ताओं को बुलाकर उनके मामलों की प्रगति से अवगत कराने और शिकायतों के प्रभावी निस्तारण के निर्देश भी दिए। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखकर अफवाह फैलाने वालों व साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर त्वरित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
अंत में, पुलिस आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता में सुरक्षा की भावना को और अधिक मजबूत किया जाए। हर अधिकारी अपने क्षेत्र में व्यक्तिगत जिम्मेदारी निभाते हुए निरंतर फील्ड में रहकर प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करे।