कैराना (शामली)। जंधेड़ी गांव की गौशाला में गोवंशों की बदहाल स्थिति को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार को गांव जंधेड़ी और मंगलपुर के दर्जनों ग्रामीण गौशाला पहुंचे और प्रशासन व ग्राम प्रधान पर गोवंशों की उपेक्षा व लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा-प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का कहना था कि गौशाला में गोवंशों को समय पर चारा-पानी नहीं मिल रहा, जिससे कई गोवंश भूख-प्यास से मर रहे हैं। बीमार पशुओं के उपचार तथा दवाइयों का कोई प्रबंध नहीं है। चौकीदार की अनुपस्थिति में कुछ बीमार गोवंशों को आवारा कुत्तों ने नोच डाला, जिसकी वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाई है।
ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार को एक बीमार गोवंश ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने दोषी जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंचे हलका दारोगा यशपाल सिंह सोम ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांति बहाल कराई। इसके बाद ग्राम प्रधान आरिफ चौधरी द्वारा व्यवस्थाओं में सुधार का भरोसा देने पर ग्रामीण शांत होकर लौट गए।
पहले भी लगते रहे हैं अनियमितता के आरोप
जंधेड़ी गौशाला कोई नया विवाद नहीं है। इससे पहले भी यहां गोवंशों की गायब होने और बदहाल हालत के आरोप लग चुके हैं। इसी वर्ष हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपते हुए गौशाला में सुधार की मांग की थी। डीएम अरविंद चौहान और एसपी रामसेवक गौतम ने 9 जून 2025 को सम्पूर्ण समाधान दिवस के बाद गौशाला का निरीक्षण भी किया था व व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए थे, किंतु उन पर अमल नहीं हुआ
हंगामे के बाद पहुंचे डीएम-एसपी
ग्रामीणों के शनिवार के हंगामे के बाद डीएम शामली अरविंद चौहान और एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने गौशाला की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज को ग्रामीणों के आरोपों की जांच कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए। साथ ही गौशाला के केयरटेकर के विरुद्ध लापरवाही के तहत रिपोर्ट दर्ज कराने और ग्राम प्रधान की भूमिका पर पूरी जांच करने के निर्देश भी दिए।
एसडीएम कैराना ने बताया कि केयरटेकर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कराया जाएगा, जबकि ग्राम प्रधान की जवाबदेही और जिम्मेदारी की जांच की जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।