
पांच दिन बाद खत्म हुई आशाओं की हड़ताल अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह की पहल से बनी सहमति, स्वास्थ्य सेवाएं फिर पटरी पर
कांधला।क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से जारी आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल शुक्रवार को समाप्त हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह की पहल और लंबी वार्ता के बाद आशाओं ने पुनः कार्य पर लौटने का निर्णय लिया।जानकारी के अनुसार, आशाएं अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर कई दिनों से हड़ताल पर थीं। इस दौरान टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य जनस्वास्थ्य कार्यक्रम बुरी तरह प्रभावित हो रहे थे।शुक्रवार को सीएचसी परिसर में अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह और आशाओं के बीच लगभग तीन घंटे तक वार्ता चली। अधीक्षक ने आशाओं की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों तक भेजने का आश्वासन दिया।
डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि—आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी के समान है। उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।”उन्होंने बताया कि शासन को पत्र भेजकर आशाओं की प्रमुख मांगों — प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी, समय पर भुगतान, और कार्य सुरक्षा — पर विचार करने की अनुशंसा की जाएगी।अध्यक्ष के आश्वासन के बाद आशाओं ने अपनी हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की और स्वास्थ्य सेवाओं में पुनः जुट गईं।आशाओं के कार्य पर लौटने से स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था पटरी पर आ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण और अन्य सेवाएं पुनः शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली।इस मौके पर स्वास्थ्य केंद्र के अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।