पंजाब बाढ़ पीड़ितों की मदद करने वालों का भव्य सम्मान

 

  डॉक्टर . मुनव्वर सिद्दीकी काभावुक गीत तेजी के साथ शोशल मीडिया पर हुआ वायरल

सादिक सिद्दीक़ी

कांधला।कस्बा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि इंसानियत से बढ़कर कोई धर्म नहीं। पंजाब बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए कांधला कस्बे के समाजसेवियों ने जब आगे बढ़कर हाथ थामा तो नगर के लोगों ने भी उनकी इस सेवा भावना को सलाम किया। इन्हीं जांबाज़ समाजसेवियों के सम्मान में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष हाजी नजमूल इस्लाम द्वारा दो दिन पूर्व नगरपालिका परिषद के हॉल में एक भव्य “खिदमत-ए-खल्क” कार्यक्रम आयोजित किया गया।था

इस आयोजन में कस्बे के तमाम संगठन, व्यापारी, सभासद, नगरपालिका कर्मचारी और क्षेत्र के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। पंजाब जाकर राहत कार्य करने वाले समाजसेवियों को नगर पालिका अध्यक्ष ने शॉल और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया था कार्यक्रम के दौरान वह पल भावुक हो उठा जब मोहल्ला मौलानान निवासी समाजसेवी डॉक्टर मुनव्वर सिद्दीकी मंच पर आए और अपनी मधुर आवाज़ में अमर गीत “किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का दर्द मिल सके तो ले उठा…” प्रस्तुत किया। जैसे ही डॉ. मुनव्वर ने यह गीत गाया, हॉल में मौजूद लोग भावुक हो उठे। सभासद, व्यापारी, नगरपालिका कर्मचारी और श्रोताओं की आंखें नम हो गईं।डॉ. मुनव्वर की यह प्रस्तुति मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली थी।समाजसेवा और इंसानियत के जज्बे से भरे इस गीत ने माहौल को ऐसा आत्मीय बना दिया कि तालियों की गड़गड़ाहट देर तक गूंजती रही। इसी बीच, डॉ. मुनव्वर सिद्दीकी का यह गीत गाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है। कांधला ही नहीं, आसपास के क्षेत्रों से भी लोग इस वीडियो को साझा कर रहे हैं और डॉक्टर मुनव्वर की सराहना कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि यह सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि “इंसानियत और सेवा का संदेश” है।नगर पालिका अध्यक्ष हाजी नजमूल इस्लाम ने कहा कि “पंजाब जाकर बाढ़ पीड़ितों की सेवा करने वाले हमारे समाजसेवी गर्व के पात्र हैं। कांधला का नाम उन्होंने रोशन किया है। ऐसे कार्यक्रम समाज में इंसानियत और भाईचारे का संदेश देते हैं। कस्बे में हुए इस कार्यक्रम ने यह साफ कर दिया कि जब भी मानवता पर कोई संकट आता है, यहां के लोग न केवल आगे बढ़ते हैं बल्कि दूसरों के लिए एक मिसाल कायम करते हैं।

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