रामलीला का भव्य मंचन, दर्शकों की तालियों से गूंजा पंडाल
मंचन के दौरान कांधला में एक बार फिर गूंजा भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम।
रिपोर्ट सादिक सिद्दीक़ी
कांधला, नगर के पंजाबी धर्मशाला स्थित मंचन स्थल पर श्रीरामलीला कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला का शुभारंभ बड़े ही भव्य तरीके से किया गया। भगवान श्री गणेश, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और वीर लक्ष्मण की आरती के साथ जैसे ही मंचन का प्रारंभ हुआ, पूरा वातावरण भक्तिमय और भाव-विभोर हो उठा। मंच पर सजी भव्य झांकियों और कलाकारों के मनमोहक अभिनय ने उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।रामलीला की शुरुआत ब्रह्मऋषि विश्वामित्र द्वारा राम-लक्ष्मण को जनकपुरी ले जाने के प्रसंग से हुई। इसके उपरांत पुष्प वाटिका का दृश्य, धनुष यज्ञ, माता सीता स्वयंवर और लक्ष्मण-परशुराम संवाद जैसी प्रमुख एवं रोचक लीलाओं का सुंदर और सजीव मंचन किया गया। विशेष रूप से सीता स्वयंवर और परशुराम-लक्ष्मण संवाद की जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट और उत्साहपूर्ण नारों ने माहौल को और भी भव्य बना दिया।कलाकारों के भावपूर्ण संवाद, दमदार मंचन और पारंपरिक परिधानों ने दर्शकों को ऐसा अनुभव कराया मानो वे स्वयम् त्रेतायुग की दिव्य झलकियों को प्रत्यक्ष देख रहे हों। लगातार तालियों की गूंज से पूरा पंडाल गूंजता रहा।इस अवसर पर नगर के समाजसेवी बुद्ध सिंह शर्मा, मदन सैनी, आकाश जैन, अनिल मित्तल, भीम, डॉ. जनेश्वर चौहान, डॉ. रणबीर वर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। सभी ने मंचन की मुक्तकंठ से प्रशंसा की और कलाकारों व आयोजन समिति को बधाई दी।
रामलीला समिति ने बताया कि आगामी दिनों में और भी आकर्षक लीलाओं का मंचन होगा, जिनका नगरवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजन न केवल हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को भी धर्म और आस्था से जोड़ते हैं।