विकास के दावे चूर दलदल से निकलनें क़ो मजबूर – प्रधान पर भड़के लोग
जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार विभाग का इस और ध्यान नहीं
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सादिक सिद्दीक़ी
शामली। कांधला कस्बे के देहात क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। स्टेप बिजलीघर मार्ग, जन्नत कॉलोनी, एकता कॉलोनी, इल्यास नगर और मुस्तफाबाद के हालात यह बयां कर रहे हैं कि यहां दशकों से कोई विकास कार्य नहीं हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान और जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ कागजों पर योजनाएं दिखाकर अपने दायित्व से पल्ला झाड़ते रहे, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है।
गांव की गलियों का हाल यह है कि कहीं भी पक्की सड़क या नाली दिखाई नहीं देती। हर जगह गंदगी और दलदल ने गांव को नरक बना रखा है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात होते ही हालात और भी बदतर हो जाते हैं। गलियों में इतना कीचड़ भर जाता है कि छोटे बच्चों को स्कूल तक पहुंचने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई बार बच्चे दलदल में गिरकर घायल हो जाते हैं, लेकिन इस ओर न तो प्रधान ध्यान देता है और न ही प्रशासन।
ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। गांव में कोई सफाई कर्मचारी आता ही नहीं। गलियों और नालियों में महीनों तक कचरा जमा रहता है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि जिस मार्ग से तीन गांव जुड़े हुए हैं, वही वर्षों से जर्जर पड़ा है। लोग मजबूरी में कीचड़ और गड्ढों से होकर गुजरते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी गली में कोई विकास कार्य नहीं हुआ।
लोगों ने प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आते ही झूठे वादों और सपनों का जाल बुन दिया जाता है, लेकिन जीत के बाद कोई यहां की सुध लेने नहीं आता।