
शामली/कांधला श्रावण मास की पावन कांवड़ यात्रा, जिसमें लाखों की संख्या में शिवभक्त श्रद्धालु कांधला से होकर गुज़रे, इस बार अभूतपूर्व शांति, सुरक्षा और समर्पण के साथ संपन्न हुई। इस आयोजन को सफल और निर्विघ्न बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई कांधला थाना प्रभारी सतीश कुमार और उनकी समर्पित टीम ने। यात्रा समाप्त होते ही नगर में हर ओर उनकी कार्यशैली, सतर्कता और सूझबूझ की चौतरफा सराहना हो रही है। सतीश कुमार ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखा, बल्कि कांवड़ मार्गों पर दिन-रात स्वयं पैदल गश्त कर हर गतिविधि की बारीकी से निगरानी की। बारिश, धूप और उमस जैसे मौसम की कठिनाइयों के बावजूद वे पूरी यात्रा के दौरान अपने दल के साथ मुस्तैद दिखाई दिए। उनकी रणनीतिक समझ, मानवता से भरपूर व्यवहार और धर्मभावनाओं के सम्मान ने पुलिस और जनता के बीच एक सेतु का कार्य किया।
यात्रियों को नहीं हुई कोई असुविधा, मिला सुरक्षित और सहयोगपूर्ण वातावरण।
इस वर्ष की कांवड़ यात्रा में शिवभक्तों को न तो कोई असुविधा हुई और न ही किसी प्रकार की अफरा-तफरी। पुलिस द्वारा बनाए गए नियंत्रण कक्ष, लगातार पेट्रोलिंग, संवेदनशील स्थानों पर तैनात पुलिस बल, CCTV निगरानी, जलपान एवं चिकित्सा शिविरों का समुचित समन्वय—इन सभी प्रयासों ने इस यात्रा को पूर्णतः सफल और अनुकरणीय बना दिया।
अनुभव, नेतृत्व और संवेदनशीलता का बेहतरीन उदाहरण बने सतीश कुमार!
थाना प्रभारी सतीश कुमार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब नेतृत्व में अनुभव, समर्पण और संवेदनशीलता हो, तो किसी भी चुनौती को अवसर में बदला जा सकता है। उनकी कमांडिंग उपस्थिति और हर स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने की क्षमता ने कांधला को एक आदर्श प्रशासनिक मॉडल बना दिया है।