
कैराना, 22 जुलाई (मंगलवार): कैराना की सड़कें आज पूरे दिन डाक कांवड़ियों के जोश और उत्साह से गूंजती रहीं। हरियाणा के शिवभक्त डाक कांवड़िए, हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर, ट्रकों, डीसीएम वाहनों और बाइकों पर तेज रफ्तार के साथ स्थानीय शिवालयों की ओर दौड़ पड़े। पैदल कांवड़ियों की संख्या में कमी के बाद मंगलवार को मुख्य रूप से वाहनों पर सवार डाक कांवड़ियों ने ही कस्बे की सड़कों पर अपना दबदबा कायम कर लिया।
प्रशासन ने इस बार यातायात व्यवस्था और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक अहम कदम उठाया। कस्बे के बाईपास मार्ग (नेशनल हाइवे-709एडी पर स्थित) को विशेष रूप से ‘डाक कांवड़ पथ’ के रूप में निर्धारित किया गया। इसका स्पष्ट असर दिखाई दिया, जहां अधिकांश डाक कांवड़िए अपने वाहनों को तीव्र गति से दौड़ाते हुए सीधे इसी बाईपास से गुजरे। पूरे दिन में मुश्किल से ही कुछ वाहन ही कस्बे के मुख्य मार्ग से होकर गुजरे।
डाक कांवड़ियों के जत्थों में जोश और भीड़ साफ झलक रही थी। अक्सर एक बाइक पर तीन युवक सवार दिखे, जबकि ट्रक और डीसीएम जैसे बड़े वाहनों पर 20 से 30 युवकों की टोलियां बैठी हुई थीं। हरियाणा के कांवड़िए डीजे सिस्टम लगे ट्रकों और डीसीएम वाहनों के ऊपर बैठकर भक्ति गीतों के साथ निर्धारित समय पर अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे थे।
इस वर्ष डाक कांवड़ियों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक बताई जा रही है। इस अप्रत्याशित भीड़ ने पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती पैदा कर दी है। व्यवस्था बनाए रखने और हर संभव अव्यवस्था को रोकने में प्रशासनिक अमले के ‘हाथ-पांव फूलने’ की स्थिति बनी हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, इस विशाल जनसमूह के बीच डाक कांवड़ पर्व को सुचारु, सुरक्षित और सकुशल संपन्न कराना उनके लिए एक बड़ी परीक्षा है।
आगामी कार्यक्रम:
बुधवार, 23 जुलाई को शिवरात्रि के पावन अवसर पर प्रातः करीब साढ़े चार बजे जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर आ रहे सभी कांवड़िए विभिन्न शिवालयों में पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। चूंकि बुधवार को ही शिवरात्रि है, इसलिए दोपहर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाक कांवड़ियों के वाहनों के आवागमन के लगातार बने रहने की संभावना है। प्रशासन ने इस दौरान भी यातायात नियंत्रण और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।