
कैराना। हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में शुक्रवार को 1492 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इससे क्षेत्र में किसी भी प्रकार के खतरे की संभावना नहीं है। बैराज पर पानी का दबाव बढ़ने के कारण समय-समय पर यमुना में जल प्रवाहित किया जा रहा है।
इस वर्षा ऋतु में अब तक हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में कई बार पानी छोड़ा जा चुका है। इस सीजन में सबसे अधिक 27,000 क्यूसेक पानी 3 जुलाई को डिस्चार्ज किया गया था, जबकि इससे पहले 29 जून को 11,225 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। अधिकारियों के अनुसार, अभी तक जितना भी पानी छोड़ा गया है, वह सुरक्षित सीमा में है और इससे किसी भी प्रकार की आपदा की आशंका नहीं है।
यमुना का जलस्तर सामान्य
ड्रेनेज विभाग के अवर अभियंता आशु कुमार ने बताया कि कैराना में यमुना नदी का जलस्तर 228.20 मीटर पर बना हुआ है, जो चेतावनी स्तर (231.000 मीटर) और खतरे के निशान (231.500 मीटर) से काफी नीचे है। उन्होंने कहा कि बैराज से पानी छोड़ने की प्रक्रिया नियंत्रित तरीके से की जा रही है और नदी के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
बैराज प्रबंधन की सतर्कता
हथिनीकुंड बैराज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बारिश के मौसम में जल प्रवाह का दबाव बढ़ने पर ही यमुना नदी में पानी छोड़ा जाता है। इस बार भी स्थिति को ध्यान में रखते हुए नियंत्रित मात्रा में ही जल प्रवाह किया गया है। अधिकारियों ने आम जनता से आश्वस्त किया है कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है।
इस तरह, हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है, लेकिन अभी तक यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और नियंत्रित है।