
कैराना। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के ऐतिहासिक गांव अनंगपुर तंवर में मकानों को तोड़े जाने के निर्णय के खिलाफ कैराना में भी आक्रोश फूट पड़ा है। कलस्यान गुर्जर खाप के युवाओं ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इस कार्रवाई को “तुगलकी फरमान” बताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग की।
सैकड़ों साल पुराने गांव में विवाद
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि अनंगपुर तंवर गांव दिल्ली बॉर्डर के पास सैकड़ों साल से बसा हुआ है, जहां 36 विभिन्न समुदायों के लोग रहते हैं। गांव में करीब 300 मकान हैं, जिन्हें वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण बताकर तोड़ा जा रहा है। इससे सैकड़ों परिवार, जिनमें बच्चे और महिलाएं शामिल हैं, बेघर हो गए हैं। कई लोगों को हार्ट अटैक जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी हो रही हैं।
“राष्ट्रपति हस्तक्षेप करें” – गुर्जर खाप
प्रदर्शनकारियों ने नायब तहसीलदार सतीश यादव के माध्यम से एसडीएम कैराना को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें और मकान तोड़ने की कार्रवाई रोकी जाए। उनका कहना था कि यह गांव ऐतिहासिक है और लोगों को बिना वैकल्पिक व्यवस्था के बेघर करना अमानवीय है।
प्रमुख प्रदर्शनकारी
इस प्रदर्शन में विलियम प्रधान, सूरज चौहान, बिजेंद्र शेखूपुरा, सौरव बुच्चाखेड़ी, फारुख मंडावर, जहांगीर गंदराऊ, रूपेश चौहान, दीपक जगनपुर, सतीश चौहान, अक्षय, मोहित, योगेश और ऋतिक जैसे युवा शामिल रहे। उन्होंने “अनंगपुर के लोगों के साथ न्याय हो” जैसे नारे लगाए।
गुर्जर खाप ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मामले में जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो आंदोलन और बढ़ेगा। उन्होंने हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार से भी मामले को गंभीरता से लेने की अपील की।
इस मामले में प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।