दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम समेत 9 शहरों में सड़क पुनर्विकास से कम होगा धूल प्रदूषण, CAQM-CRRI-SPA ने लॉन्च की योजना!
CAQM, CSIR-CRRI और SPA ने शहरी सड़क पुनर्विकास से धूल प्रदूषण कम करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए!
नई दिल्ली, 11 जून: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बढ़ते धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM), वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CSIR-CRRI) और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) ने संयुक्त रूप से एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य शहरी सड़कों के पुनर्विकास के माध्यम से धूल के प्रदूषण को कम करना है।
पहले चरण में NCR के नौ अत्यधिक शहरीकृत एवं औद्योगिक शहरों को चिन्हित किया गया है, जिनमें दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, भिवाड़ी और नीमराना शामिल हैं। इन शहरों में सड़कों के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव में उन्नत तकनीकों का उपयोग करके वायु में धूल के कणों (PM2.5 और PM10) को कम किया जाएगा।
इस परियोजना के तहत:
- धूल नियंत्रण उपाय: सड़क किनारे की मिट्टी को ढकना, हरित बेल्ट विकसित करना और निर्माण सामग्री के परिवहन में पानी का छिड़काव शामिल है।
- टिकाऊ सड़क डिजाइन: कम धूल उत्सर्जन वाले सामग्री (जैसे कोल्ड मिक्स, बायोटार) और बेहतर जल निकासी व्यवस्था पर जोर।
- रियल-टाइम मॉनिटरिंग: प्रदूषण स्तरों की ट्रैकिंग के लिए संवेदक लगाए जाएंगे।
CAQM के अध्यक्ष डॉ. प्रणव कुमार ने कहा कि “यह साझेदारी NCR की वायु गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक मील का पत्थर है। धूल प्रदूषण शहरी क्षेत्रों में AQI का 30% योगदान करता है, जिसे हम तकनीकी हस्तक्षेप से कम करेंगे।”
CSIR-CRRI के निदेशक डॉ. सतीश चंद्रा ने बताया कि परियोजना के परिणामों का उपयोग भविष्य में अन्य शहरों के लिए नीतियाँ बनाने में किया जाएगा।
