
जलभराव की समस्या के समाधान को लेकर विधायक नाहिद हसन ने एसडीएम से की मुलाकात!
ग्रामीणों की पीड़ा सुनकर एसडीएम से रूबरू हुए विधायक नाहिद, आल्दी गांव की जलभराव समस्या का तुरंत समाधान मांगा! घरों में घुसा गंदा पानी, महिलाएं छत पर बना रहीं भोजन; एसडीएम ने शीघ्र निराकरण का दिया आश्वासन!
कैराना, 09 जून। कैराना विधानसभा क्षेत्र के गांव आल्दी में जलभराव की गंभीर समस्या को लेकर सोमवार को सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन ने ग्रामीणों के साथ तहसील मुख्यालय पहुंचकर एसडीएम निधि भारद्वाज से मुलाकात की। विधायक ने गांव की गलियों में लगातार दो महीने से जमा गंदे पानी की समस्या के तत्काल समाधान की मांग करते हुए एसडीएम का ध्यान इसके कारण हो रही स्वास्थ्य एवं आवागमन संबंधी दिक्कतों की ओर खींचा। एसडीएम ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
आल्दी गांव में घरों से निकलने वाले दूषित पानी की निकासी व्यवस्था ठप होने के कारण गलियों में गंदा पानी भर गया है, जो अब घरों में घुस रहा है। इससे:
महिलाओं को मजबूरन छत पर भोजन बनाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है।
कैराना-कांधला मार्ग पर स्थित मुख्य रास्ते पर नाला निर्माण का काम अवैध कब्जे के कारण अटका हुआ है। लोक निर्माण विभाग की भूमि पर दो लोगों ने कब्जा कर रखा है, जो निर्माण में बाधा डाल रहे हैं। नाला बनने से गंदा पानी गांव के तालाब में जा सकता है, जिससे समस्या का समाधान होगा।
ग्रामीणों की पीड़ा और विधायक की पहल
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब बारिश के मौसम के नजदीक आने से स्थिति और भयावह होने का खतरा है। विधायक नाहिद हसन ने इसी को ध्यान में रखते हुए जनहित में तत्काल समाधान की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि “नाला निर्माण के लिए अवैध कब्जे हटाने होंगे, तभी ग्रामीणों को राहत मिल पाएगी”।
एसडीएम की प्रतिक्रिया
एसडीएम निधि भारद्वाज ने विधायक और ग्रामीणों की बात सुनकर 24 घंटे के अंदर निरीक्षण टीम भेजने और एक सप्ताह में अवैध कब्जे हटाने का आश्वासन दिया। साथ ही, नाला निर्माण का काम तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि “बारिश से पहले समस्या का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा”।
आल्दी गांव की जलभराव समस्या ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। विधायक नाहिद हसन की पहल से ग्रामीणों को राहत की उम्मीद जगी है, लेकिन इस मुद्दे का स्थायी समाधान नाला निर्माण और निकासी व्यवस्था को ठीक करने में ही निहित है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ही ग्रामीणों को स्वास्थ्य संकट और आवागमन की दिक्कतों से बचा सकती है।