
कनाडा और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग पर आज चर्चा हुई, मोदी और कनाडाई नेता ने साझेदारी बढ़ाते हुए प्रवासी भारतीयों और व्यापारिक संबंधों पर बातचीत की, साथ ही कानून प्रवर्तन एजेंसियों का संवाद जारी रखने पर सहमति जताई और सुरक्षा चिंताओं को दूर करने पर ज़ोर दिया। यह सब जानकारी कनाडाई पीएम मार्क कार्नी ने ट्वीट करते हुए दी।
नई दिल्ली/ओटावा। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस बातचीत में दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मजबूत संबंधों, विशेष रूप से लोगों-से-लोगों के जुड़ाव (पीपल-टू-पीपल टाईज़) और व्यापारिक साझेदारी पर चर्चा हुई।
वार्ता के मुख्य बिंदु:
- सुरक्षा और कानून प्रवर्तन सहयोग:
- दोनों नेताओं ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच संवाद जारी रखने पर सहमति जताई।
- साझा सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए आगे की चर्चा पर जोर दिया गया।
प्रवासी भारतीयों की भूमिका:
कनाडा में बड़ी संख्या में रह रहे भारतीय मूल के लोगों के योगदान और द्विपक्षीय संबंधों में उनकी अहम भूमिका को रेखांकित किया गया।
आर्थिक सहयोग:
दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और तकनीकी साझेदारी को और मजबूत बनाने पर सहमति बनी।
भारत और कनाडा के बीच रिश्ते कई दशकों से मजबूत रहे हैं, लेकिन हाल के वर्षों में कुछ सुरक्षा और राजनयिक मुद्दों पर तनाव भी देखा गया। इस वार्ता को दोनों देशों के संबंधों को स्थिर करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
अब देखना यह है कि यह संवाद भविष्य में सुरक्षा सहयोग और आर्थिक संबंधों को कैसे आगे बढ़ाता है।
इस बैठक के बाद दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्मीद है, जिससे न केवल द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे, बल्कि वैश्विक स्तर पर सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को भी बल मिलेगा।