
उधार के पैसे को लेकर विवाद, भूरा गांव में बुजुर्ग की संदिग्ध मौत; भतीजे ने ग्रामीण पर लगाया हत्या का आरोप!
बुजुर्ग की मौत पर सवाल, पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव; 1.5 लाख रुपये के कर्ज को लेकर हत्या का संदेह!
अविवाहित यासीन की रहस्यमय मौत, भतीजे का आरोप- गांव वाले ने कर्ज चुकाने के बजाय किया कत्ल!
कैराना (शामली)। गांव भूरा में एक अविवाहित बुजुर्ग यासीन उर्फ सिन्ना (70 वर्ष) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने स्थानीय लोगों और प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। मृतक के भतीजे मुबारिक ने गांव के ही एक व्यक्ति पर 1.5 लाख रुपये के कर्ज को लेकर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में नामजद शिकायत दर्ज कराई है।
बुधवार सुबह यासीन का शव उसके आवास के आंगन में पड़ा मिला। परिजनों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद प्रशिक्षु सीओ जितेंद्र कुमार और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। पुलिस ने मृतक के परिवार और पड़ोसियों से पूछताछ की, साथ ही पंचनामा प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
मृतक के भतीजे मुबारिक ने पुलिस को दी गई तहरीर में दावा किया कि गांव का एक व्यक्ति यासीन से 1.5 लाख रुपये उधार लेकर नहीं लौटा रहा था। पैसे की मांग करने पर उसने यासीन की हत्या कर दी। मुबारिक के अनुसार, चूंकि यासीन अविवाहित थे और अकेले रहते थे, इसलिए आरोपी ने इसका फायदा उठाया।
मृतक यासीन गांव के जंधेड़ी अड्डे के पास पशुओं के चारे (खल-चोकर) की दुकान चलाते थे। वह स्थानीय लोगों से मिल-जुलकर रहते थे, लेकिन उनकी निजी जिंदगी अकेलेपन में बीत रही थी।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि शव पर किसी प्रकार की चोट या हिंसा के निशान नहीं मिले हैं। हालांकि, परिस्थितियों को देखते हुए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भतीजे की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी व्यक्ति से पूछताछ और सबूतों के विश्लेषण पर फोकस रहेगा।
पुलिस मृतक के वित्तीय लेन-देन, गवाहों के बयान और आरोपी के संबंधों की पड़ताल करेगी। साथ ही, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत का सही कारण सामने आने की उम्मीद है।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि यासीन शांतिप्रिय व्यक्ति थे और उनसे किसी की दुश्मनी नहीं थी। पुलिस ने लोगों से अफवाहों से बचने और सहयोग करने की अपील की है।
यह मामला एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में बढ़ते वित्तीय विवादों और उनसे जुड़ी हिंसा की ओर इशारा करता है। पुलिस की कार्रवाई और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आगे की स्थिति स्पष्ट करेंगी।