
कांधला नगर में धूमधाम से निकली श्री बालाजी की 21वीं भव्य शोभायात्रा, पुष्प वर्षा और झांकियों ने बढ़ाया माहौल
हनुमान जन्मोत्सव पर श्री पंचमुखी मंदिर की झांकियों ने किया समां, भारी पुलिस बल के साथ संपन्न हुआ आयोजन
भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह समेत सैकड़ों श्रद्धालुओं ने की शोभायात्रा में शिरकत, नगर बना धर्म और उल्लास का केंद्र
शामली। कांधला नगर में शनिवार को श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, मौहल्ला कानूनगोयान के तत्वावधान में हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्री बालाजी महाराज की 21वीं भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। यह शोभायात्रा हर साल की तरह इस बार भी धार्मिक उत्साह और समर्पण के साथ संपन्न हुई। शाम के समय श्री बालाजी दरबार, मुजफ्फरनगर के महंत चन्द्रकिरण गुरु जी और पंकज जिंदल गुरु जी ने पंचमुखी हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर आयोजन की सफलता के लिए आशीर्वाद दिया।
भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह और गुरु जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके और फीता काटकर शोभायात्रा का शुभारंभ किया। आयोजन समिति ने मुख्य अतिथियों को प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। शोभायात्रा श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर घौलान, मौलानान, खैल, गंगेरु मार्ग, शेखजादगान, माता मंदिर, पुराना पीएनबी बैंक, जैन मंदिर, आर्य समाज मंदिर सहित नगर के दर्जनों मार्गों से गुजरते हुए वापस मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई।
शोभायात्रा में श्री बालाजी महाराज का स्वर्णिम रथ, मां गंगा, खाटू श्याम, हनुमान जी, गणेश जी, देवी महिसासुर, माखन चोर, अघोरी, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की मार्मिक झांकियां शामिल रहीं। साथ ही भगवान शंकर की तपस्या, मां काली, सीता हरण और राधा-कृष्ण की झांकियों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डीजे और बैंड की धुनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए।
सुरक्षा के लिए पुलिस की ओर से भारी बल तैनात किया गया था। शोभायात्रा के दौरान कई स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया, जबकि सामाजिक संस्थाओं ने श्रद्धालुओं के लिए जलपान की व्यवस्था भी की।
श्रद्धालुओं ने रंग-गुलाल उड़ाकर होली का मजा लिया, जिससे पूरा नगर धार्मिक उल्लास से सराबोर नजर आया। आयोजन में जनेश्वर चौहान, डॉ. रश्मिकांत जैन, सोनू महेश्वरी, कपिल सेन, नरेश कश्यप सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
शोभायात्रा का समापन मंदिर पहुंचकर हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने भगवान के समक्ष आरती उतारी और मंगल कामना की। इस आयोजन ने नगरवासियों के बीच सांस्कृतिक एकता और धार्मिक आस्था का संदेश फैलाया।