
सहारनपुर में जेसीबी की दहाड़: स्थायी अतिक्रमण ध्वस्त, 10 हजार से अधिक जुर्माना वसूला
निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान: 35 अस्थायी ढांचे गिराए, शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई
आईजीआरएस पोर्टल और जनसुनवाई की शिकायतों पर एक्शन: पेपर मिल रोड पर अवैध निर्माण को जेसीबी से मिली मात
सहारनपुर। सहारनपुर नगर निगम ने शहर को अतिक्रमण-मुक्त बनाने के लिए बुधवार को बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। अपर नगरायुक्त राजेश यादव के निर्देश पर चले इस अभियान में घण्टाघर से चौधरी चरणसिंह चौक तक के क्षेत्रों में अस्थायी और स्थायी अतिक्रमणों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया। इस दौरान 35 अस्थायी और 2 स्थायी अतिक्रमण हटाए गए, साथ ही 10 दुकानदारों से 10,200 रुपये का जुर्माना वसूला गया।
अभियान की प्रमुख घटनाएं
शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई: आईजीआरएस पोर्टल और जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों के आधार पर पेपर मिल रोड स्थित काशीराम कॉलोनी में एक अवैध निर्माण को जेसीबी से गिराया गया। यह निर्माण एक व्यक्ति द्वारा अपने मकान के बाहर किया गया था, जिसे पहले कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी।
दुकानों पर सख्ती: पेपर मिल रोड पर ही एक दुकान के बाहर 10 फुट तक फैलाए गए अतिक्रमण को भी ध्वस्त किया गया। इसके अलावा, सड़क पर रेत-बजरी फैलाने वाले एक दुकानदार पर 1,500 रुपये का चालान किया गया।
यातायात पुलिस का सहयोग: शारदा नगर में एक व्यक्ति द्वारा दूसरे के घर के सामने अवैध कार पार्किंग करने पर यातायात पुलिस को बुलाकर कार को हटवाया गया और चालान किया गया।
प्रशासन की तैयारी और टीम
अभियान का नेतृत्व प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल एच.बी. गुरुंग ने किया, जिनकी टीम में नगर निगम के अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल थे।
सड़कों पर फैले सामान को जब्त कर निगम भंडार में रखा गया, ताकि भविष्य में अतिक्रमण की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
पिछली कार्रवाइयों का असर
इससे पहले भी सहारनपुर नगर निगम ने दराकोटतला और शंकलापुरी रोड पर अवैध दुकानों को गिराकर सवा तीन करोड़ रुपये की सरकारी जमीन मुक्त कराई थी। इस बार के अभियान में भी उसी सख्ती और व्यवस्थित योजना का पालन किया गया।
अभियान के दौरान कुछ दुकानदारों ने अड़ियल रवैया अपनाया, लेकिन प्रशासन ने उनके सामान जब्त कर कार्रवाई की। नागरिकों ने अतिक्रमण हटाने के इस कदम का स्वागत किया है, क्योंकि इससे यातायात और सार्वजनिक सुविधाओं में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
सरहरनपुर नगर निगम का यह अभियान शहर को व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अतिक्रमण के खिलाफ शिकायतों पर त्वरित और ठोस कार्रवाई जारी रहेगी।