
नगरायुक्त का अधिकारियों को अल्टीमेटम: दो हफ्ते में कार्यशैली सुधारें, नहीं तो होगा निलंबन!
वार्डों में निरीक्षण के निर्देशों की अनदेखी से नाराज नगरायुक्त, लापरवाह अधिकारियों को दी सख्त चेतावनी
सहारनपुर निगम की विश्वसनीयता बचाने का आदेश: अधिकारी निरीक्षण को न लें हल्के में, नहीं तो होगी कार्रवाई!
सहारनपुर। 29 मार्च। नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही पर नगरायुक्त संजय चौहान ने तल्ख़ प्रतिक्रिया जताते हुए सभी विभागाध्यक्षों को दो सप्ताह के भीतर कार्यशैली सुधारने का अल्टीमेटम दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि इस अवधि में निर्धारित कार्य पूरे नहीं हुए तो जिम्मेदार अधिकारियों और फील्ड स्टाफ के खिलाफ निलंबन सहित कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नगरायुक्त चौहान ने सोमवार को वार्ड 6, 9, 12, 30 और 46 सहित अन्य वार्डों में पहले किए गए अपने निरीक्षण के दौरान जारी निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की। इस दौरान पाया गया कि अधिकांश वार्डों में साफ-सफाई, सड़क मरम्मत, नालियों की सफाई, पार्कों के रखरखाव और निर्माण संबंधी आदेशों को गंभीरता से नहीं लिया गया। इससे नाराज चौहान ने कहा कि अधिकारियों की ढिलाई से निरीक्षण का उद्देश्य ही विफल हो रहा है। जनता को दिए गए आश्वासन पूरे नहीं हो पा रहे, जो निगम की विश्वसनीयता के साथ खिलवाड़ है।
जनता के आश्वासनों पर पानी फिरने से नाराजगी
चौहान ने जोर देकर कहा कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने जनसमस्याओं के त्वरित समाधान का जो भरोसा दिलाया था, वह अधिकारियों की लापरवाही के कारण धूमिल हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले 14 दिनों में वार्डों में काम की गुणवत्ता नहीं सुधरी, तो संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निलंबित किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने निगम की छवि बचाने के लिए सभी अधिकारियों से तत्परता दिखाने को कहा।
निरीक्षण में खामियों की सूची में शामिल हैं:
- कूड़ा प्रबंधन व्यवस्था चरमराई।
- टूटी सड़कों और अतिक्रमणों पर कोई कार्रवाई नहीं।
- नालियों की सफाई न होने से जलभराव की शिकायतें।
- पार्कों में घास और पेड़ों की अनदेखी।
नगरायुक्त ने आगे कहा कि वह स्वयं अगले दो सप्ताह में पुनः इन वार्डों का औचक निरीक्षण करेंगे। उन्होंने नागरिकों से भी शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।