
कैराना में दबंगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की मांग, पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी को लिखा शिकायती पत्र
कोर्ट से एनबीडब्ल्यू और गुंडा एक्ट के बावजूद नहीं हुई गिरफ्तारी, पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
4.66 करोड़ के बैंक घोटाले में आरोपी फरार, पीड़ित ने उच्चाधिकारियों से की गैंगस्टर कानून लागू करने की गुहार
कैराना (शामली)। मोहल्ला कलालान निवासी अकबर अब्बास ज़ैदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती पत्र भेजकर उन पर लंबे समय से आतंक मचाने वाले दबंगों की गिरफ्तारी और उन पर गैंगस्टर एक्ट लागू करने की मांग की है। पीड़ित के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ कैराना कोतवाली में कई मुकदमे दर्ज होने और न्यायालय द्वारा गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किए जाने के बावजूद पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।
पार्टनरशिप विवाद से शुरू हुआ मामला
जानकारी के अनुसार, हिफ़्ज़ुर्रहमान उर्फ चाँद उस्मानी, मोहम्मद आसिफ और अन्य आरोपियों के साथ अकबर की पार्टनरशिप डीड 19 दिसंबर 2015 को रजिस्टर्ड हुई थी, जिसके तहत कैराना के रामडा रोड पर ‘मैसर्स रोजी लैयर्स फार्म’ स्थापित किया गया। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में खाता खोला गया, लेकिन 2019 में पार्टनर्स के बीच विवाद होने पर अकबर ने खाता फ्रिज करने की मांग की। आरोप है कि आसिफ और चाँद उस्मानी ने तत्कालीन बैंक मैनेजर अंकुश कुमार से सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेज बनवाए और फ्रिज खाते से 4 करोड़ 66 लाख 22 हजार 748 रुपये की अवैध निकासी की।
पुलिस प्रशासन पर लगे आरोप
इस घोटाले के बाद कैराना कोतवाली में धारा 420, 467, 468 और 120बी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित ने बताया कि आरोपी उसे फोन और एसएमएस के जरिए जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। न्यायालय द्वारा एनबीडब्ल्यू और गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद भी पुलिस आरोपियों को पकड़ने में नाकाम रही है। जिलाधिकारी शामली की संस्तुति पर गुंडा एक्ट लागू किए जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई।
उच्चाधिकारियों तक पहुंची शिकायत
अकबर ने मामले को लेकर प्रमुख सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक (DGP), मंडलायुक्त सहारनपुर, और जिलाधिकारी शामली समेत कई अधिकारियों को पत्र लिखकर गैंगस्टर एक्ट लागू करने और आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपी न्यायिक प्रक्रिया को धता बता रहे हैं।
मामला अभी जस के तस है
जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक कार्यालय से इस संबंध में आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार है। मामले में न्यायिक प्रक्रिया तेज करने और आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लागू करने की मांग को लेकर स्थानीय स्तर पर चर्चा तेज हो गई है। पीड़ित का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वह उच्च न्यायालय का रुख करेगा।