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नागपुर के 11 इलाकों में कर्फ्यू, हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण

Nagpur violence Update : नागपुर, 18 मार्च: नागपुर शहर के 11 इलाकों में सोमवार को कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। यह कदम शहर में 17 मार्च को हुई साम्प्रदायिक हिंसा और तनाव के बाद उठाया गया है। हिंसा तब भड़की जब कुछ हिंदू संगठनों ने 17वीं सदी के मुगल बादशाह औरंगज़ेब के मकबरे को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एक धार्मिक पुस्तक के जलाए जाने की अफवाह ने स्थिति को विस्फोटक बना दिया, जिसके बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं।

क्यों भड़की हिंसा?

प्रशासन के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को सुल्तानपुर इलाके में औरंगज़ेब की कथित कब्र को हटाने की मांग को लेकर रैली निकाली। इस दौरान अचानक अफवाह फैली कि एक धार्मिक ग्रंथ को जानबूझकर जलाया गया है। इसके बाद समूहों के बीच झड़पें शुरू हो गईं। हिंसा इतनी बढ़ी कि लोगों ने वाहनों और दुकानों में आग लगा दी। पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को “पूर्व-निर्धारित साजिश” बताते हुए कहा कि यह घटना सामान्य नहीं है। इसमें कुछ लोगों ने जानबूझकर साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश की है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि यह हमला पूर्व-योजनाबद्ध था और बाहरी तत्वों ने इसमें हिस्सा लिया। पुलिस पर भी हमला किया गया, जो निंदनीय है।

कर्फ्यू वाले इलाके और पुलिस की कार्रवाई

नागपुर पुलिस ने अब तक 50 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पांच मामलों में एफआईआर दर्ज की गई हैं। कर्फ्यू लागू किए गए इलाकों में कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपोल, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अधिकारियों ने लोगों से घरों में रहने और आपातस्थिति के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

अफवाहों से बचने की अपील

जिला प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह किया है। पुलिस आयुक्त रविंद्र कदम ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता जारी रखी गई है। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”

फिलहाल, शहर में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी गई है और प्रभावित इलाकों में शांति बहाली के लिए स्थानीय नेताओं के साथ बातचीत भी जारी है।

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