
कांधला नगर पालिका की लापरवाही से मोहल्ले में जमा हो रहा कूड़ा, निवासियों में रोष
प्रशासन को नसीहत: “सब याद रखा जाएगा”
शामली। नगर पालिका परिषद कांधला के सफाई विभाग की लापरवाही के चलते वार्ड नंबर 23 मौलानान मोहल्ले के निवासियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नगर के प्रतिष्ठित शायर और सामाजिक हस्ती डॉ. जुनैद अख़्तर ने बताया कि उनके घर के सामने पिछले पांच दिनों से कूड़ा जमा है, जिसे जानबूझकर नहीं उठाया जा रहा है। डॉ. अख़्तर ने इसकी कई बार सफाई लिपिक और कर्मचारियों से शिकायत की, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण समस्या बनी हुई है।
घर आना-जाना दूभर हो गया
डॉ. अख़्तर ने बताया कि मैंने व्यक्तिगत रूप से सफाई अमले को सूचित किया, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कूड़े के ढेर की वजह से घर के मुख्य द्वार तक पहुँचने में दिक्कत हो रही है। मोहल्ले में बदबू फैलने लगी है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह लापरवाही जानबूझकर की जा रही है, जो नागरिक सेवाओं के प्रति प्रशासन की उदासीनता को दर्शाती है।
मोहल्ले वासियों में बढ़ा आक्रोश
इस मामले ने मौलानान मोहल्ले के निवासियों को भी आक्रोशित कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा करों का भुगतान तो नियमित लिया जाता है, लेकिन बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराने में लगातार कोताही बरती जा रही है। एक दूसरे निवासी ने बताया, यह कोई पहली घटना नहीं है। कूड़ा उठाने में देरी या अनदेखी करना अब आम बात हो गई है।
प्रशासन को नसीहत: “सब याद रखा जाएगा”
नाराज़गी के बीच मोहल्ले वासियों ने पालिका प्रशासन को सख़्त चेतावनी दी है। डॉ. अख़्तर ने कहा, “ध्यान रहे… ढाई साल बाद व्यवस्था बदलेगी। जनता की परेशानियों को नज़रअंदाज़ करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।” इस बयान को स्थानीय निवासियों का समर्थन मिल रहा है, जो अगले नगर निकाय चुनावों में प्रशासन के रवैये को याद रखने की बात कह रहे हैं।
कांधला नगर पालिका परिषद पहले भी सफाई व्यवस्था को लेकर आलोचनाओं का सामना कर चुकी है। निवासियों का आरोप है कि करों का इस्तेमाल जनहित के कार्यों में अच्छे तरीके से नहीं किया जा रहा। डॉ. अख़्तर जैसे स्थानीय प्रभावशाली हस्तियों का यह विरोध प्रशासन के लिए चुनौती बन सकता है।