
भारतीय किसान यूनियन ने होली मिलन में उठाई शांति और सद्भाव की शपथ, रमजान के दौरान सामंजस्य का आग्रह
शामली। कांधला क्षेत्र के गांव डांगरौल स्थित एक फार्म हाउस पर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन नेता व प्रधान जरनैल सिंह के नेतृत्व में “होली मिलन कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य त्योहारों को भाईचारे और सद्भाव के साथ मनाने के साथ-साथ किसानों की समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनियन के प्रधान सरदार जरनैल सिंह ने की।
शांति और सहयोग का संदेश
कार्यक्रम में वक्ताओं ने होली को “साझा संस्कृति और आपसी सम्मान” का प्रतीक बताते हुए जोर दिया कि इस पर्व को रंगों की तरह ही शांति और भावनात्मक एकता के साथ मनाया जाना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर ध्यान दिलाया कि चूंकि इस वर्ष होली का त्योहार रमजान के पवित्र महीने के जुमा के साथ ही पड़ रहा है, ऐसे में दोनों समुदायों को पारस्परिक सहिष्णुता का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। यूनियन नेता राजेश प्रधान ने कहा कि हमें किसी भी तरह की ऐसी घटना नहीं होने देनी चाहिए, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़े। दोनों पर्वों को आपसी सहयोग से मनाकर हम एक मिसाल कायम कर सकते हैं।
किसानों की समस्याओं पर मंथन
इस अवसर पर किसान नेताओं ने कृषि संकट, फसल मुआवजे में देरी और सिंचाई सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दों पर गहन विमर्श किया। यशपाल राठी ने कहा कि किसानों की आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए हमें एकजुट रहना होगा। साथ ही, संजीव डांगी ने फसल बीमा योजनाओं में पारदर्शिता की मांग रखी।
सामुदायिक सहभागिता
कार्यक्रम में ग्रामीणों और नेताओं ने होली के रंगों से सजी मस्ती में शिरकत की। मौजूद लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर “धार्मिक एकता” का संकल्प लिया। चंद्रवीर सिंह ने कहा कि त्योहार हमें सिखाते हैं कि समाज में विविधताओं का सम्मान करते हुए कैसे आगे बढ़ा जाए।
मौजूद रहे प्रमुख व्यक्ति
इस अवसर पर राजेश प्रधान, चंद्रवीर सिंह, यशपाल राठी, संजीव डांगी, भूदेव प्रधान, कुलबीर सिंह, मोहित ढाका, रवि पंवार, राजेंद्र पंवार, अशोक कुमार, प्रदीप फौजी, चीमा और हरेंद्र जवाला सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे। सभी ने “शांतिपूर्ण होली और पवित्र रमजान” के लिए सामूहिक प्रार्थना की।
कार्यक्रम के अंत में सरदार जरनैल सिंह ने कहा कि यह मिलन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक सद्भाव की नई इबारत लिखने का प्रयास है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि थाना क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
इस तरह, भारतीय किसान यूनियन ने न केवल होली की रंगत बिखेरी, बल्कि समाज में सहअस्तित्व का एक जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया।