नई दिल्ली। भारत और ईरान के बीच समुद्री सहयोग को नए स्तर पर ले जाने के प्रयासों के तहत भारतीय तटरक्षक बल का जहाज आईसीजीएस सार्थक गुरुवार को ईरान के सामरिक महत्त्व वाले चाबहार बंदरगाह पर पहुंचा। यह दौरा खाड़ी देशों में भारतीय तटरक्षक बल की विदेशी तैनाती (Overseas Deployment) के हिस्से के रूप में किया जा रहा है।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और मानवीय सहायता संबंधी प्रयासों को सशक्त बनाना है। दौरे के दौरान भारतीय तटरक्षक दल और ईरानी समुद्री सुरक्षा एजेंसियों के बीच विभिन्न पेशेवर आदान–प्रदान, संयुक्त अभ्यास और आपसी सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।
आईसीजीएस सार्थक, जो उन्नत निगरानी और बचाव उपकरणों से लैस है, भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है। इस तैनाती से भारत की ‘सागर’ (Security and Growth for All in the Region) नीति को भी गति मिलेगी, जिसके तहत भारत हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने पर जोर देता है।
विश्लेषकों का मानना है कि चाबहार बंदरगाह की यह यात्रा केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि भारत–ईरान के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों का संकेत भी है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक स्तर पर समुद्री सुरक्षा का महत्त्व लगातार बढ़ रहा है।