गोरखपुर। उत्तर प्रदेश की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एएनटीएफ थाना/यूनिट गोरखपुर की टीम ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल दो सक्रिय तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 530 ग्राम हेरोइन बरामद की है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1 करोड़ 10 लाख रुपये आंकी गई है।
पकड़े गए तस्करों के पास से पुलिस ने एक स्कूटी, दो एंड्रॉइड मोबाइल फोन और 700 रुपये नकद भी बरामद किए हैं। यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) तथा अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध) के मार्गदर्शन में और एएनटीएफ मुख्यालय लखनऊ के निर्देशन में की गई।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान छेदी यादव (पुत्र पलकधारी निवासी चकरा अब्बल, थाना राजघाट, गोरखपुर, उम्र करीब 28 वर्ष) और अरुण सिंह (पुत्र लालजी सिंह, निवासी चरनलाल चौक, दुर्गा बाड़ी रोड, थाना कोतवाली, गोरखपुर, उम्र करीब 29 वर्ष) के रूप में हुई है।
एएनटीएफ की टीम ने दोनों आरोपियों को दिनांक 15 दिसंबर 2025 को गोरखपुर-वाराणसी रोड स्थित एकला मंदिर के पास से दबोचा। जब उनकी तलाशी ली गई, तो उनके पास से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई। इस संबंध में थाना गीडा, जनपद गोरखपुर में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं 8/21/29/60 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पूछताछ में अभियुक्तों ने खुलासा किया कि वे यह हेरोइन बाराबंकी जिले के टीकरा उस्मा जैतपुर इलाके से लेकर आ रहे थे और गोरखपुर व आसपास के क्षेत्रों में इसे ऊंचे दामों पर बेचने वाले थे, तभी एएनटीएफ की टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
इस सफल अभियान में प्रभारी उप निरीक्षक रमेश राम (एएनटीएफ गोरखपुर) के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल शशिकांत राय, दिव्यशंकर राय, उपेंद्र यादव, कॉन्स्टेबल रजनीश पाल और संदीप सिंह की भूमिका सराहनीय रही। इसके अलावा थाना गीडा की टीम—उप निरीक्षक कमलेश प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल रमेश चंद्र जोशी, रामवृक्ष और कांस्टेबल राजीव गौड़—का भी विशेष योगदान रहा।
एएनटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है और इस तरह की कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी।