कांधला। कस्बे के दिल्ली बस स्टैंड पर गुरुवार की शाम इंसानियत को झकझोर देने वाला मंजर देखने को मिला। बस स्टैंड पर भीख मांग रहे एक अपाहिज युवक को दो दबंग युवकों ने सरेआम बेरहमी से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।वो दर्द से तड़पता हुआ लगातार चिल्लाता रहा “बचाओ! बचाओ!” लेकिन अफ़सोस, न किसी ने मदद की, न पुलिस पहुँची!प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह निर्मम तांडव करीब आधे घंटे तक चलता रहा। दर्जनों लोग तमाशबीन बन मोबाइल से वीडियो बनाते रहे, मगर किसी ने भी उस अपाहिज की मदद नहीं की। दबंगों की मार से पीड़ित के कपड़े तक फट गए, और वह सड़क पर बेसुध पड़ा कराहता रहा।सबसे शर्मनाक पहलू यह रहा कि घटना स्थल पर उस समय कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। जबकि बस स्टैंड जैसे संवेदनशील क्षेत्र में हमेशा ड्यूटी रहनी चाहिए थी।लोगों में इस लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश है। ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी करवाई हो
> यह घटना कानून व्यवस्था पर करारा तमाचा है और समाज की मर चुकी संवेदनाओं का आईना भी।
जहा थानाध्यक्ष सतीश कुमार कानून व्यवस्था को लेकर अपनी सख़्ती और तत्परता के लिए जाने जाते हैं।लेकिन कुछ पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो उनकी सख़्ती के बावजूद अपनी ड्यूटी को गंभीरता से नहीं लेते यही वजह है कि ऐसे दर्दनाक दृश्य सामने आते हैं।जनता की अपेक्षा है कि सतीश कुमार जैसे अधिकारी इन लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी नकेल कसें।