पीएनबी छपरौली शाखा में फर्जीवाड़ा, 73 वर्षीय दयावती ने अदालत का दरवाजा खटखटाया!
बागपत। इमरान अब्बास। जिले के छपरौली क्षेत्र से पंजाब नेशनल बैंक की छपरौली शाखा में फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्राम बोढा निवासी 73 वर्षीय दयावती ने बैंक मैनेजर, एक कर्मचारी और दो अन्य लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) बागपत की अदालत में धारा 156(3) सीआरपीसी के तहत अर्जी दाखिल की है। वृद्धा ने न्यायालय से प्राथमिकी दर्ज कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
दयावती के अनुसार, उनके बचत खाते से 20 दिसंबर 2022 को 33 हजार रुपये उनकी जानकारी और सहमति के बिना निकाल लिए गए। चौंकाने वाली बात यह है कि उनके संयुक्त खाताधारक पुत्र राजवीर सिंह का निधन 22 जुलाई 2022 को ही हो चुका था। आरोप है कि बैंक मैनेजर, एक अन्य कर्मी और ग्राम बोढा निवासी प्रवीन कुमार ने आपसी मिलीभगत से मृत बेटे के फर्जी हस्ताक्षर कर यह राशि प्रवीन की पत्नी मंजू के खाते में ट्रांसफर कर दी।
पीड़िता का कहना है कि उन्होंने 28 दिसंबर 2022 को इस धोखाधड़ी की शिकायत स्थानीय पुलिस को दी थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा, प्रवीन और उसके 5–6 सहयोगियों ने शिकायत वापस लेने के लिए उनके घर जाकर धमकी दी। वृद्धा का आरोप है कि बैंक मैनेजर भी प्रवीन के माध्यम से उन पर दबाव बना रहा है।
मामले में एक ट्रैक्टर सौदे का विवाद भी जुड़ा बताया जा रहा है। दयावती ने बताया कि उनके बेटे राजवीर ने प्रवीन से करीब पांच लाख रुपये में ट्रैक्टर खरीदा था, लेकिन मृत्यु के बाद प्रवीन ट्रैक्टर उठा ले गया और भुगतान की रकम लौटाने से इनकार कर दिया। दयावती ने पुलिस को एक पेन ड्राइव सौंपी है जिसमें प्रवीन द्वारा 33 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाने की स्वीकारोक्ति का दावा किया गया है, मगर पुलिस जांच में इसका उल्लेख तक नहीं किया गया।
पीड़िता का कहना है कि प्रवीन कुमार का अपराध प्रमाणित होने के बावजूद वह गांव में खुलेआम घूम रहा है, जिससे उनका परिवार दहशत में है। उन्होंने बताया कि 25 जनवरी 2023 को इस संबंध में उन्होंने एसपी बागपत को भी पत्र सौंपा था, लेकिन कोई कदम नहीं उठने पर वह अब अदालत की शरण में गई हैं।