सूबे कै मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ कै पोर्टल पर की शिकायत अधिकारी बगैर न्याय और संतुष्ट करे ही अपनी और से शिकायत का निस्तारण कर दिया
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जहा एक और भ्रष्टाचार के खात्मे और पीड़ित को न्याय दिलाने में लगे हुए वही दूसरी और पीड़ित की शिकायत का निस्तारण अधिकारी बगैर न्याय और संतुष्ट करे ही अपनी और से शिकायत का निस्तारण करके सरकार की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं जी हां ऐसा ही एक मामला कांधला में देखने को मिला है अभी कुछ दिनों पहले कस्बे का एक निजी स्कूल संत गोरखनाथ चिल्ड्रन एकेडमी विवादो में रहा है
पीड़ित ने न्याय के लिए जब मुखमंत्री पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज की तो पीड़ित की शिकायत पर सरकार द्वारा उसके निस्तारण को सबंधित अधिकारी को भेजा गया लेकिन अधिकारी ईमानदारी से पीड़ित की शिकायत का निस्तारण करते उससे पहले ही अधिकारी ने अपनी और से ही पीड़ित द्वारा की गई शिकायत का निस्तारण कर भेज दिया
पीड़ित द्वारा जब मांग की गई की उसकी शिकायत का निस्तारण किस परकार किया गया है तो पीड़ित का कहना है कि उसको अधिकारी की और से परलोभन दिया गया जिसको उसने मना कर दिया अब देखना ये है कि पीड़ित को न्याय मिलता है या अधिकारी सरकार की आंखों में धूल झोंकने में कामयाब रहता है। सुनिए पीड़ित अंकुर की जुबानी