
मुज़फ्फ़रनगर। उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत मुजफ्फरनगर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने ऐसे तीन ठगों को गिरफ्तार किया है जो अपने आप को TRAI, ED और CBI के अधिकारी बताकर लोगों को “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर ठगते थे। गिरोह ने इसी तरीके से एक पीड़ित से ₹33 लाख की ठगी की थी।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 21 डेबिट कार्ड, 14 सिम कार्ड, 6 मोबाइल फोन और 6 बैंक पासबुक बरामद की हैं। इन सभी का प्रयोग यह गिरोह विभिन्न बैंक खातों के जरिए ठगी की रकम ट्रांसफर करने में करता था।
आरोपित पीड़ितों को कॉल कर यह कहते थे कि उनके नंबर या बैंक अकाउंट किसी वित्तीय अपराध में इस्तेमाल हुए हैं, जिसके चलते उन्हें जांच के लिए “डिजिटल अरेस्ट” किया जा रहा है। डर और भ्रम फैलाकर ये उनसे भारी रकम ठग लेते थे।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत लगातार कार्रवाई जारी है। पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ में कई और मामलों के खुलासे की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस इनके नेटवर्क और अन्य साथियों की तलाश में भी जुटी है।