मौसम की मार किसानों पर टूटा कहर अचानक बदले मौसम से धान की फसल चौपट,
कांधला क्षेत्र में मौसम ने अचानक करवट बदल ली, जिससे किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। मंगलवार क़ो आई तेज़ बारिश और हवाओं ने खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया। जहां एक ओर धान की फसल पूरी तरह चौपट हो गई, वहीं गन्ने की फसल भी तेज़ हवाओं से झुककर ज़मीन पर गिर पड़ी।ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों का कहना है कि इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद थी, लेकिन मौसम की मार ने सब कुछ खत्म कर दिया। खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूब जाने से कटाई योग्य धान पूरी तरह सड़ने की कगार पर है। गन्ने की फसल के गिर जाने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।स्थानीय किसान ने बताया कि लगातार बदलते मौसम से खेती करना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने सरकार से मुआवज़ा देने और कृषि विभाग द्वारा नुकसान का सर्वे कराए जाने की मांग की है।क्षेत्र के कई गांवों में फसलों का हाल बुरा है। कई जगह खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलें सड़ने लगी हैं। किसानों की पुकार “मौसम ने सब छीन लिया, अब सरकार से ही उम्मीद है” क्षेत्र के किसान इस प्राकृतिक आपदा से बेहद निराश हैं। उनका कहना है कि मौसम की यह मार उनकी सालभर की मेहनत पर भारी पड़ गई है। अगर सरकार जल्द मुआवज़े की व्यवस्था नहीं करती, तो किसानों की आर्थिक स्थिति और भी बिगड़ जाएगी।