रामलीला महोत्सव से पहले सड़क सुधार का बिगुल

पालिका प्रशासन की सक्रियता और अध्यक्ष हाजी नजमूल इस्लाम की दूरदर्शिता ने जीता जनता का दिल

सादिक सिद्दीक़ी

कांधला। कांधला नगर इन दिनों एक ऐतिहासिक बदलाव का गवाह बन रहा है। आने वाले रामलीला महोत्सव को भव्य और सफल बनाने के लिए पालिका प्रशासन ने विकास का बिगुल बजा दिया है। नगर की टूटी-फूटी, गड्ढों से भरी और वर्षों से उपेक्षित सड़कों पर अब तेजी से सुधार कार्य चल रहा है गली–मोहल्लों से लेकर मुख्य मार्ग तक हर जगह जेसीबी मशीनों की खटर-पटर और मजदूरों की भागदौड़ ने नगर का माहौल बदल दिया है। गड्ढों में मिट्टी भराव, समतलीकरण और सफाई का काम युद्ध स्तर पर जारी है।

ईओ पूर्णिमा सिंह का सख्त निर्देश

पालिका अधिशासी अधिकारी पूर्णिमा सिंह ने कार्यभार संभालते ही विभागीय टीमों को साफ निर्देश दिया“रामलीला महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं और नगरवासियों को किसी भी तरह की असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्य मार्ग, धार्मिक जुलूस मार्ग और रामलीला मैदान तक जाने वाली सड़कें हमारी प्राथमिकता हैं। जनसुविधा पर कोई समझौता नहीं होगा।” उनके आदेश के बाद पालिका कर्मचारी और मशीनें दिन-रात काम में जुट गईं। नगर के अलग-अलग हिस्सों में गड्ढों को भरा जा रहा है और मार्गों को सुरक्षित बनाया जा रहा है।

नजमूल इस्लाम मैदान में, खुद ले रहे रिपोर्ट

नगरपालिका अध्यक्ष हाजी नजमूल इस्लाम खुद मौके पर पहुंचकर काम की निगरानी कर रहे हैं। वे कर्मचारियों और अधिकारियों से लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं। उनका कहना है—

“रामलीला महोत्सव कांधला की पहचान और शान है। इसे शांति और भव्यता से सम्पन्न कराना हमारी जिम्मेदारी है। सड़क सुधार सिर्फ पालिका का फर्ज़ नहीं बल्कि जनता के सम्मान का सवाल है। इस काम में कोई लापरवाही नहीं होगी।”

उनकी सक्रियता और दूरदर्शिता ने नगरवासियों के दिलों में भरोसा जगा दिया है।-

सभासदों और जनता का स्वागत

पालिका सभासदों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा—“अध्यक्ष हाजी नजमूल इस्लाम और ईओ पूर्णिमा सिंह की जोड़ी ने समय रहते जनता की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया है। यह कांधला के विकास को नई दिशा देगा।”व्यापारियों का मानना है कि सड़कों के सुधरने से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी और व्यापार में भी रौनक लौटेगी। युवाओं ने इसे “पालिका प्रशासन की ईमानदार कार्यशैली” का उदाहरण बताया। वहीं महिलाओं ने खुशी जताते हुए कहा कि अब त्योहार और जुलूसों के दौरान बच्चों और बुजुर्गों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।

बदल गया नगर का नज़ारा

सुधार कार्य शुरू होते ही नगर का नज़ारा ही बदल गया है। धूल-धक्कड़ और गड्ढों की जगह अब समतल व सुरक्षित रास्ते तैयार हो रहे हैं। श्रद्धालु कहते है

“पहली बार लग रहा है कि हमारी समस्याओं पर तुरंत कार्रवाई हुई है। इस बार का रामलीला जुलूस ऐतिहासिक होगा।”

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