“साहब! मैं विधवा हूँ… मेरा सहारा सिर्फ मेरा बेटा है उसे बचा लो
विधवा महिला शकीला का दर्द पहुँचा थाने लगाए गंभीर आरोप बेटे को तलवार दिखाकर लाठी डंडो से की पिटाई.
सादिक सिद्दीक़ी
कांधला कस्बे की नई बस्ती निवासी विधवा महिला शकीला पत्नी इमरान का दर्द सुनकर पत्थर दिल इंसान भी पिघल जाए। पति की मौत के बाद अकेली जिंदगी काट रही यह महिला मेहनत-मजदूरी कर अपने छोटे-छोटे बच्चों का पेट पाल रही है। लेकिन अब उसके एकलौते सहारे, उसके बेटे ताहिर को कस्बे के दबंगों ने बेरहमी से पीटकर मौत के मुहाने पर पहुँचा दिया। थाने में फरियाद लेकर पहुँची शकीला का गला बार-बार रुंध रहा था। आँसू पोंछते हुए वह कहती रही – “साहब! मैं विधवा हूँ… मेरा बेटा ही मेरा सहारा है, अगर ये भी मुझसे छीन लिया गया तो मैं किसके सहारे जिऊँगी पीड़िता ने बताया कि उसका बेटा ताहिर घर पर खाना खा रहा था, तभी कस्बे का इदरीश बेग बिहार कॉलोनी निवासी समीर आया और उसे बुलाकर नई बस्ती निवासी सलमान के घर ले गया। आरोप है कि वहां पहले से मौजूद सलमान और नफीस ने ताहिर से नफीस के पैर पकड़ने की जबरन मांग की। जब ताहिर ने इसका विरोध किया, तो तीनों ने मिलकर उसे लाठी, डंडों और बेल्ट से बेरहमी से पीटा। इस दौरान सलमान ने तो हद कर दी उसने तलवार ताहिर के गले पर रखकर जान से मारने की धमकी दी। अपना बेटा न पाकर बेचैन शकीला भागती हुई आरोपियों के घर पहुँची। वहां उसने हाथ-पाँव जोड़कर, गिड़गिड़ाकर किसी तरह बेटे को उनके चंगुल से छुड़ाया। खून से लथपथ ताहिर को गोद में लेकर माँ फूट-फूटकर रोने लगी। उसने तुरंत बेटे का डॉक्टरी परीक्षण कराया और आरोपियों के खिलाफ थाने पहुँचकर तहरीर दी।थाने में विधवा महिला की सिसकियाँ सुनकर मौजूद लोग भी भावुक हो उठे। थाना प्रभारी सतीश कुमार ने शकीला को भरोसा दिलाया कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसके बेटे को इंसाफ दिलाया जाएगा। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।