झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला, इलाज के नाम पर जनता की जेबों पर डाका…!.
खुद को MBBS व BAMS बताकर कर रहे भोली-भाली जनता से खिलवाड़
रिपोर्ट : सादिक सिद्दीक़ी
कांधला। कस्बे के मोहल्ला खेल में झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल तेजी से फैलता जा रहा है। जिनके पास न तो कोई मेडिकल डिग्री है और न ही इलाज का लाइसेंस, वही लोग बड़े-बड़े बोर्ड और चकाचौंध वाले क्लीनिक खोलकर खुद को MBBS और BAMS डॉक्टर बताकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि इन झोलाछापों के क्लीनिक पर साधारण खांसी-जुकाम से लेकर डिलीवरी तक धड़ल्ले से किए जा रहे हैं। इलाज और दवाइयों के नाम पर गरीब और अनपढ़ जनता की जेबों पर सीधा डाका डाला जा रहा है। कई बार गलत दवाइयों और लापरवाह इलाज के चलते मरीजों की हालत गंभीर हो जाती है, लेकिन झोलाछाप अपने गुनाह छिपाने में माहिर निकले हैं।स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी ने इन झोलाछापों के हौसले बुलंद कर दिए हैं। शिकायतें दर्ज होने के बावजूद न तो कोई छापेमारी हुई और न ही अब तक कोई सख्त कार्रवाई। यही कारण है कि भोली-भाली जनता की जिंदगी से खेला जा रहा है।लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही प्रशासन ने इस गोरखधंधे पर लगाम नहीं कसी तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। कस्बे के नागरिकों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि झोलाछाप डॉक्टरों पर तत्काल शिकंजा कसते हुए उनके अवैध क्लीनिकों को सील किया जाए, ताकि जनता की जान और जेब दोनों महफूज़ रह सकें।