
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए अमेरिकी संस्था ने किया सम्मानित!
कैराना (शामली)। राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद रिहान ने एक बार फिर कैराना का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए अमेरिकी संस्था ने उन्हें प्रतिष्ठित “2025 हिंगोरानी अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन सोलर फोटोवोल्टिक सिस्टम्स” से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने सौर फोटोवोल्टिक (PV) प्रणालियों के विकास और अनुप्रयोग में अग्रणी भूमिका निभाई हो।
प्रोफेसर रिहान ने दशकों तक सौर ऊर्जा के क्षेत्र में शोध, नीति निर्माण और तकनीकी नेतृत्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वर्तमान में वह राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) के महानिदेशक और भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की सौर PV समिति के अध्यक्ष के रूप में देश के स्वच्छ ऊर्जा मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान, मानकीकरण और क्षमता निर्माण में उल्लेखनीय प्रगति की है।
इस पुरस्कार का औपचारिक समारोह 7 से 9 दिसंबर, 2025 के बीच आईआईटी हैदराबाद में आयोजित होने वाली इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन पावर सिस्टम्स (ICPS) के दौरान आयोजित किया जाएगा।
कैराना के मूल निवासी हैं प्रोफेसर रिहान
प्रोफेसर मोहम्मद रिहान कस्बे के मोहल्ला खैलखुर्द के रहने वाले हैं। केंद्र सरकार ने पिछले साल अप्रैल में उन्हें पांच वर्ष की प्रतिनियुक्ति पर राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (NISE) का महानिदेशक नियुक्त किया था। वह उत्तर प्रदेश सरकार में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (सीनियर मेडिकल ऑफिसर) डॉ. फरहान अख्तर के छोटे भाई हैं।
प्रोफेसर रिहान का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष और उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि भारत के स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में देश की बढ़ती प्रतिष्ठा का भी प्रतीक है। उनके इस अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से कैराना और पूरे देश को गर्व है।