
कैराना ने योग के साथ जगाई स्वास्थ्य की अलख, ग्यारहवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शिविर में उमड़े सैकड़ों उत्साही
विशाखापट्टनम से कैराना तक: “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” थीम के साथ मनाया गया योग दिवस!
आसन, प्राणायाम और हास्य योग के बीच कैराना में दिखा योग का जलवा
कैराना, 21 जून। भारतीय योग संस्थान कैराना के तत्वावधान में ग्यारहवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन टीचर्स कॉलोनी स्थित डीके कान्वेंट स्कूल में किया गया। भारतीय जनता पार्टी, पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोग से आयोजित इस शिविर में सैकड़ों साधक-साधिकाओं ने योगाभ्यास किया। शिविर का संचालन संजय राजवंशी ने किया, जबकि मुख्य अतिथि डॉ. सतीश कुमार गर्ग (प्राकृतिक चिकित्सक एवं आयुर्वेदाचार्य, शामली) ने योग के माध्यम से निरोगी जीवन के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:
अतिथि सम्मान: स्कूल निदेशक राजकुमार सेन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों— नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सपन गर्ग और भाजपा जिला उपाध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा— को बेज लगाकर सम्मानित किया गया।
योग प्रोटोकॉल: साधकों ने ग्रीवा चालन, उष्ट्रासन, भुजंगासन, शलभासन और उत्तानमंडूक आसन जैसे योग मुद्राओं का अभ्यास किया।
हास्य योग का जादू: आलोक चौहान के नेतृत्व में हास्य योग सत्र ने उपस्थित लोगों को खिलखिलाते हुए प्रफुल्लित किया।
प्राणायाम एवं ध्यान: वीरेंद्र सैनी और अमन वर्मा ने श्वास तकनीकों और ध्यान के माध्यम से मन की एकाग्रता का प्रशिक्षण दिया।
स्थानीय से वैश्विक: योग की एकजुटता
इस आयोजन ने कैराना को वैश्विक योग परिदृश्य से जोड़ा। इसी दिन:
पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों के साथ योग किया और इसे “तनाव भरी दुनिया के लिए पॉज बटन” बताया।
191 देशों में 1,300 स्थानों पर समानांतर कार्यक्रम आयोजित हुए, जिनमें एवरेस्ट बेस कैंप से लेकर समुद्री जहाज़ों तक योग की गूँज दर्ज की गई।
“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” थीम के तहत पर्यावरण संरक्षण और मानव कल्याण के अंतर्संबंध को रेखांकित किया गया।
जनभागीदारी:
कार्यक्रम में झाड़खेड़ी, जगनपुर, अलीपुर और पजीठ जैसे आसपास के गाँवों के निवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भाजपा कैराना मंडल अध्यक्ष अतुल मित्तल, उद्योग मंडल अध्यक्ष प्रदीप गोयल और आरएसएस नगर संचालक कमल सैनी ने संयुक्त रूप से इस जनजागरूकता को सामुदायिक सहयोग की मिसाल बताया।
विशेषज्ञों के विचार:
डॉ. सतीश कुमार गर्ग ने बताया कि “योग न सिर्फ़ शारीरिक बल्कि मानसिक रोगों का भी निवारण है। नियमित अभ्यास से मधुमेह, उच्च रक्तचाप और तनाव जैसी समस्याएँ नियंत्रित होती हैं।” उन्होंने स्कूलों में योग को नियमित पाठ्यक्रम में शामिल करने की वकालत भी की।
राष्ट्रीय संदर्भ:
शैक्षणिक भागीदारी: बिहार सहित पूरे देश में स्कूल-कॉलेजों में 70,000 से अधिक छात्रों ने योग शिविरों में भाग लिया।
सेलिब्रिटी प्रभाव: बॉलीवुड सितारे शिल्पा शेट्टी, अनुपम खेर और मलाइका अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर योग का संदेश फैलाया।
विश्व रिकॉर्ड: आंध्र प्रदेश में 3.03 लाख लोगों ने एक साथ योग कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
कैराना का यह आयोजन साबित करता है कि योग अब केवल शहरी अभ्यास नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत की जीवनशैली बन रहा है। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा, “योग सभी का है और सभी के लिए है”—यही भावना इस दिवस की सार्थकता को पुष्ट करती है।
आयुष मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, इस वर्ष योग दिवस पर वृक्षासन, सूर्य नमस्कार और प्राणायाम पर विशेष जोर दिया गया, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रतीक हैं।