
एसडीएम निधि भारद्वाज के घमंडी रवैये से नाराज हिंदू संगठन के कार्यकर्ता!
कैराना में गोशालाओं की दयनीय हालत और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज, एसडीएम के रूखे व्यवहार से भड़के कार्यकर्ता! गोवंशों की दुर्दशा को लेकर धरना प्रदर्शन!
कैराना, शामली। तहसील मुख्यालय पर मंगलवार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम निधि भारद्वाज के रवैये के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। संयुक्त विकास शोषित कल्याण संघ और हिंदुत्व सुरक्षा सेना के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष वंश शर्मा उर्फ वीशू और अनमोल मित्तल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। हालांकि, ज्ञापन लेने के बाद एसडीएम ने कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया और कार्यालय में चली गईं, जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। इसके बाद उन्होंने तहसील मुख्यालय पर धरना दे दिया और “जय श्रीराम”, “गौमाता राष्ट्रमाता” के नारे लगाए।
तहसीलदार अर्जुन चौहान ने कार्यकर्ताओं से बात करने की कोशिश की, लेकिन वे तब तक नहीं माने जब तक एसडीएम निधि भारद्वाज फिर से बाहर नहीं आईं और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया। कांग्रेस के युवा प्रदेश महासचिव अश्वनी शर्मा सींगरा ने कहा कि एसडीएम ने गोवंशों की समस्या के समाधान का कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया, जिसके कारण धरना देना पड़ा।
गोवंशों की दयनीय स्थिति और भ्रष्टाचार के आरोप
कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में कैराना और शामली जिले की गोशालाओं की खराब स्थिति को उजागर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि:
गोशालाओं में संसाधनों की कमी: गोवंशों के लिए पर्याप्त चारा, पानी और चिकित्सा सुविधाएं नहीं हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप: इस्सोपुर टील गोशाला में हाल ही में गोवंशों के कंकाल मिले थे, लेकिन उनकी जांच नहीं हुई।
अवैध कब्जा: बीबीपुर हटिया ग्राम पंचायत की 185 बीघा गौचर भूमि पर भू-माफियाओं का कब्जा है।
उपचार की कमी: रात में दुर्घटनाग्रस्त गोवंशों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता, जिससे उनकी मौत हो जाती है।
कार्यकर्ताओं ने मांग!
- गोवंशों की मौत की निष्पक्ष जांच हो।
- गौचर भूमि को कब्जामुक्त कराया जाए।
- गोशालाओं में भ्रष्टाचार रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।
एसडीएम का जवाब: “ईद की व्यस्तता के कारण देरी”
एसडीएम निधि भारद्वाज ने कहा कि ज्ञापन ले लिया गया है, लेकिन ईद-उल-अज़हा और अन्य त्योहारों की व्यस्तता के कारण तुरंत कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही गोवंशों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
यह घटना प्रशासन और जनता के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है। गोवंशों की सुरक्षा और गोशालाओं के प्रबंधन को लेकर स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है। अब निगरानी रहेगी कि एसडीएम द्वारा दिए गए आश्वासन पर कितनी जल्दी अमल होता है।