
धर्मेन्द्र सिंह ने मण्डावर में की शांति समिति बैठक की, खुराफातियों को सख़्त चेतावनी!
ईद-उल-अजहा को शांति और सौहार्द के साथ मनाने की अपील, असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी!
अफवाहों से बचने और कानून का पालन करते हुए त्योहार मनाने का आह्वान!
कैराना। ईद-उल-अजहा के पावन त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने खादर क्षेत्र के गांव मण्डावर में ग्रामीणों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस दौरान उन्होंने लोगों से त्योहार को कानून के दायरे में रहकर मनाने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की। साथ ही, उन्होंने माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
ग्रामीणों से संवाद और सुझाव
मंगलवार को गांव मण्डावर के सरकारी स्कूल प्रांगण में आयोजित इस बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। कोतवाली प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह ने ग्रामीणों के साथ विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि ईद-उल-अजहा जैसे धार्मिक पर्वों का उद्देश्य भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि “असामाजिक तत्व अक्सर ऐसे मौकों पर वैमनस्यता फैलाने की कोशिश करते हैं, ऐसे लोगों का सामाजिक स्तर पर बहिष्कार किया जाना चाहिए।” उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर ज़ोर!
बैठक के दौरान पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि त्योहार के दौरान किसी भी प्रकार की अराजकता या हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और माहौल खराब करने वाले गुंडा तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने ग्रामीणों से सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं को शेयर न करने की भी सलाह दी।
ग्रामीणों ने दिया सहयोग का आश्वासन!
बैठक में मौजूद ग्रामीणों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे अफवाहों से दूर रहेंगे और किसी भी प्रकार की अशांति फैलाने वाले तत्वों को पुलिस को सूचित करेंगे।
इस बैठक में गांव के प्रमुख नागरिकों, युवाओं और महिलाओं ने भी भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि समाज के सभी वर्गों ने शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए एकजुटता दिखाई है।
ईद-उल-अजहा जैसे धार्मिक पर्वों का सही मायने में आनंद तभी लिया जा सकता है जब वे शांति और सामाजिक एकता के साथ मनाए जाएं। कोतवाली प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह की यह पहल न केवल कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने में मददगार होगी, बल्कि समाज में सद्भाव को भी बढ़ावा देगी।