
गुंडा टैक्स के लिए धर्म की आड़ में हिंसा? त्यागी ने कहा- ‘हलाल की कमाई नहीं, दूसरों की मेहनत लूट रहे हैं’
वरिष्ठ पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने यूपी सरकार पर उठाए सवाल: ‘अपराधी खत्म हो गए, तो ये गौआतंकी कौन हैं?’
अलीगढ़, 25 मई 2025: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक बार फिर गोमांस को लेकर हिंसक घटना सामने आई है। शनिवार सुबह हरदुआगंज थाना क्षेत्र के अलहदादपुर में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एक मैक्स वाहन को रोककर उसमें गोमांस होने का आरोप लगाया। इसके बाद भीड़ ने चार मीट व्यापारियों की निर्मम पिटाई की और गाड़ी में आग लगा दी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस घटना पर वरिष्ठ पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने सोशल मीडिया पर यूपी सरकार को निशाने पर लेते हुए सवाल उठाए। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि “यूपी के मुख्यमंत्री @myogiadityanath ने बार-बार दावा किया कि राज्य से अपराधियों का सफाया हो गया। अगर ऐसा है, तो ये कौन आतंकी हैं जिन्होंने गुंडा टैक्स न देने पर मीट व्यापारियों के साथ हैवानियत की? क्या ये सत्ता संरक्षित नहीं हैं?”
त्यागी ने आगे आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने “गौआतंक” का धंधा शुरू कर रखा है। उन्होंने लिखा कि “मीट व्यापारियों से गुंडा टैक्स वसूलो, फिर धर्म की आड़ लेकर छुप जाओ। हलाल की कमाई करने की औकात नहीं, दूसरों की मेहनत लूटनी है। अगर कोई व्यापारी मना करे, तो गाय का हवाला देकर हिंसा करो। क्या ऐसे लोग धर्म रक्षक हैं?
अलीगढ़ में हुई हिंसक घटना के अनुसार, हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मीट ले जा रहे एक वाहन को रोककर उसमें गोमांस होने का आरोप लगाया, जिसके बाद भीड़ ने चार व्यापारियों—अरबाज, अकील, कदीम और दिलावर—की निर्मम पिटाई की और उनकी गाड़ी में आग लगा दी। हालांकि पुलिस ने मांस के नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा, लेकिन भीड़ द्वारा दस्तावेज़ छीन लिए जाने से मामला और उलझ गया। पुलिस ने घटना की जांच का आश्वासन दिया है, लेकिन पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से ही यह हिंसा हुई है।