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हरैया थाने का वार्षिक निरीक्षण: एएसपी ओपी सिंह ने जाँचे शस्त्रागार, रजिस्टर और सुरक्षा प्रोटोकॉल!

सोमवार दोपहर जनपद के वाल्टरगंज थाने का भी किया था वार्षिक निरीक्षण!

कानून व्यवस्था मजबूती के लिए पारदर्शिता जरूरी: एएसपी ने थाना संसाधनों के उचित उपयोग पर दिए निर्देश!

ग्रामीण इलाकों में चौकीदारों की भूमिका अहम: संदिग्ध गतिविधियों की त्वरित रिपोर्टिंग पर जोर!

जानिए कौन हैं नायक ओपी सिंह और क्यों ख़ास होते हैं उनके निरीक्षण, क्यों कहा जाता है उनको “क़ानून व्यवस्था का नायक”! 

 

बस्ती। जनपद के तेज़ तर्रार अपर पुलिस अधीक्षक, क़ानून व्यवस्था के नायक ओम प्रकाश सिंह ने सोमवार को हरैया थाने का वार्षिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण शाम से लेकर देर रात्रि तक चला, जिसमें थाने की कार्यप्रणाली से लेकर संसाधनों के प्रबंधन तक हर पहलू की गहन समीक्षा की गई। इस दौरान एएसपी सिंह ने थाना प्रभारी को कानून व्यवस्था को और दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

शस्त्रागार से लेकर सीसीटीएनएस तक जाँच!

एएसपी ओपी सिंह ने सबसे पहले थाना कार्यालय, मालखाना और शस्त्रागार का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ रखे शस्त्रों और कारतूसों की संख्या व स्थिति की बारीकी से जाँच की। साथ ही, सीसीटीएनएस सिस्टम की कार्यप्रणाली, महिला हेल्प डेस्क, साइबर हेल्प डेस्क और थाना वाहनों की कार्यक्षमता पर भी नजर डाली। उन्होंने थाना प्रभारी को शस्त्रों के रखरखाव और सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के आदेश दिए।

रजिस्टरों की समीक्षा और स्वच्छता पर फोकस!

निरीक्षण के दौरान एएसपी ने ड्यूटी रजिस्टर, अपराध रजिस्टर, कार्रवाई रजिस्टर और हिस्ट्री शीट चार्ट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों का विस्तृत अवलोकन किया। इसके अलावा, थाना परिसर की साफ-सफाई, भोजनालय की स्वच्छता, खाद्य गुणवत्ता और खड़े वाहनों की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने कर्मचारियों को संसाधनों का प्राथमिकता के आधार पर उपयोग करने का निर्देश भी दिया।

ग्रामीण क्षेत्रों में चौकीदारों की भूमिका अहम!

निरीक्षण के अंत में एएसपी सिंह ने ग्रामीण इलाकों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौकीदारों के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्टिंग और पुलिस-जनता सहयोग से अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी। गाँवों में घटनाओं की त्वरित सूचना पुलिस तक पहुँचाने के निर्देश भी दिए गए।

थाना वाल्टरगंज के निरीक्षण के दौरान

पारदर्शिता और अनुशासन पर ज़ोर!

एएसपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि ऐसे निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य पुलिस व्यवस्था को पारदर्शी और जनता के प्रति जवाबदेह बनाना है। उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर अनुशासन और संसाधनों का समुचित उपयोग अपराध रोकथाम की नींव है। इससे पहले, एएसपी सिंह ने हरैया थाने के निरीक्षण से पूर्व वाल्टरगंज थाने का भी वार्षिक निरीक्षण किया था।

इस अभियान के माध्यम से पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह न केवल अपराध नियंत्रण, बल्कि जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। थाना स्तर पर व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा इसी दिशा में एक सार्थक कदम है।

जानिए कौन हैं ये “गम्भीर पुलिस प्रशासक” नायक ओपी सिंह और क्यों ख़ास होते हैं उनके निरीक्षण, क्यों कहा जाता है उनको “क़ानून व्यवस्था का नायक”! 

ओ.पी. सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में एक जाना-माना नाम रहे हैं और उन्हें कानून-व्यवस्था तथा पुलिस सुधारों के लिए जाना जाता है। उनके निरीक्षणों का उद्देश्य पुलिसिंग को अधिक जनोन्मुखी और प्रभावी बनाना है। ओमप्रकाश (ओ.पी.) सिंह के थाना निरीक्षणों और उनके “गम्भीर पुलिस प्रशासक” वाले रवैये को “ख़ास” माना जाता है, जो मुख्य रूप से उनकी कठोर अनुशासनात्मक निगरानी, पारदर्शिता, और जनता-केंद्रित दृष्टिकोण के कारण है।

ओपी सिंह हमेशा सत्य निष्ठा और पूर्ण ऊर्जा के साथ अपना शतप्रतिशत अपनी जिम्मेदारी को समर्पण करते हैं और दिन रात क़ानून व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के लिए चिंतित और कार्यरत रहते हैं, निरीक्षण के दौरान वे थाने में आने वाले नागरिकों से सीधे बातचीत करते हैं, उनकी शिकायतें सुनते हैं, और समाधान भी करते हैं। यह पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाता है। थाने की साफ़-सफाई, संसाधनों की उपलब्धता, और कर्मचारियों के काम के माहौल को भी जाँचते हैं, ताकि पुलिस बल की कार्यक्षमता बढ़े। उनकी निगरानी के बाद थानों में सुधार के मापदंड (जैसे शिकायत निवारण की गति, अपराध दर में कमी) देखे गए हैं। इसी लिए उनको “क़ानून व्यवस्था का नायक” भी कहा जाता है।

 

 

 

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