
कैराना: मन्नामाजरा फायरिंग मामले में दो वांछित आरोपियों को किया गिरफ्तार, जेल भेजा!
ग्रामीण वर्चस्व की जंग में फंसे आरोपी रिजवान व राकिब पकड़े गए; पुलिस ने 17 नामजद के खिलाफ दर्ज किया था मुकदमा!
अवैध हथियारों से फायरिंग और मारपीट के आरोप में गिरफ्तारी, कोतवाली पुलिस ने की कार्रवाई!
शामली। कैराना के गांव मन्नामाजरा में हुए सामूहिक फायरिंग और हिंसक झड़प के मामले में कोतवाली पुलिस ने दो वांछित आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रिजवान (पुत्र इस्लाम) और राकिब (पुत्र हारुण) के रूप में हुई है, जो गांव मन्नामाजरा के निवासी हैं। इन पर जानलेवा हमला, अवैध हथियारों का इस्तेमाल और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जिला कारागार भेज दिया है।
गत 1 मई 2025 को गांव मन्नामाजरा में दो पक्षों के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष हुआ था। इस दौरान दोनों गुटों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की और लाठी-डंडों से हमला किया, जिसमें तीन लोग घायल हुए थे। घटना के बाद पुलिस ने 17 नामजद और कुछ अज्ञात आरोपियों के खिलाफ BNS की संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस के अनुसार, रिजवान और राकिब उस गुट के सदस्य हैं, जिसने विवाद के दौरान 315 बोर के तमंचे का इस्तेमाल करते हुए फायरिंग की थी। इससे पहले भी पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। नवीनतम गिरफ्तारियों के साथ अब कुल 6 आरोपी हिरासत में हैं। पुलिस ने घटनास्थल से 14 कारतूस के खोखे, 2 जिंदा कारतूस और एक क्षतिग्रस्त बाइक भी बरामद की थी।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की रणनीति:
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि भाटी गैंग समेत अन्य आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। हम गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करेंगे और उनकी संपत्ति भी कुर्क करेंगे।
इस घटना ने गांव में दहशत का माहौल बना दिया था। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से त्वरित न्याय की मांग की है। कोतवाल ने आश्वासन दिया है कि नशाखोरी और गुंडागर्दी को जड़ से खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।